दुती चंद ने खत्म किया 32 साल का इंतजार
इससे पहले दुती चंद ने सेमीफाइनल में 11.43 सेकेंड के समय लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था और फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। 100 मीटर की इस रेस में बहरीन की इडिडोंग ओडियोंग ने 11.30 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता है, जबकि चीन की वेंगली योई ने 11.33 सेकेंड के साथ कांस्य अपने नाम किया है। दुती चंद की इस जीत के साथ ही रविवार को एथलीट में भारत ने 3 सिल्वर मेडल अपने नाम किए। दुती ने सिल्वर मेडल हासिल करते ही 32 साल के इंतजार को भी खत्म कर दिया। इससे पहले भारत ने 100 मीटर में आखिरी पदक साल 1986 में जीता था।
Asian Games 2018: सेमीफाइनल में पहुंची सिंधु और सायना, भारत के लिए पदक पक्का
गोविंदन की एक चूक से चूका कांस्य पदक
इससे पहले मोहम्मद अनस और हिमा दास ने भी 400 मीटर फाइनल में अपनी-अपनी स्पर्धा में सिल्वर जीता है। हालांकि इस बीच 10,000 मीटर की रेस में गोविंदन लक्ष्मणन की खुशी को किसी की नजर लग गई और उन्हें इस रेस से डिसक्वालीफाई कर दिया गया। हालांकि पहले ये ऐलान किया गया था कि गोविंदन ने कांस्य पदक जीता है, लेकिन कुछ देर बाद ही उन्हें इस रेस से डिसक्वालीफाई कर दिया गया। गोविंदन रेस के दौरान सफेद लाइन से बाहर चले गए थे।
हिमा ने जीता सिल्वर
भारत की फर्राटा एथलीट हिमा दास ने कमाल करते हुए महिलाओं की 400 मीटर तेज दौड़ में उन्होंने सिल्वर मेडल देश के नाम किया। इस युवा ऐथलीट ने 50.79 सेकंड का समय लिया और अपना ही नैशनल रेकॉर्ड तोड़ा। बहरीन की सलवा नासेर ने 50.09 सेकंड के वक्त के साथ गोल्ड मेडल जीता। हिमा ने शनिवार को फाइनल के लिए 51 सेकंड के नैशनल रेकॉर्ड टाइम के साथ क्वॉलिफाइ किया था। उन्होंने चेन्नै में 2004 में मनजीत कौर के 51.05 सेकंड के नैशनल रेकॉर्ड को तोड़ा था।
अनस को भी सिल्वर
वहीं पुरुषों के 400 मीटर फाइनल में मोहम्मद अनस ने भी सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने 45.69 सेकंड का वक्त निकाला। गोल्ड मेडल जीतने वाले कतर के हासेन अब्दुला ने 44.89 के समय के साथ गोल्ड मेडल जीता।