चोटों ने पीछा नहीं छोड़ा, नहीं तो और खिताब जीतती : साइना
नेहवाल ने आगे कहा कि दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनना जहां संतोषजनक रहा,
लेकिन तीन अहम टूर्नामेंटों में उपविजेता रहना करियर के लिए अच्छा नहीं र
हैदराबाद। भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का मानना है कि करयिर के हिसाब से वर्ष 2015 उनके लिए काफी अच्छा रहा। हालांकि, साथ ही कहा कि कई चोटें लगने के कारण वह कई टूर्नामेंट जीतने से वंचित रह गई। नेहवाल ने कहा कि मैं कई और खिताब जीत सकती थी, लेकिन चोटों के कारण ऐसा नहीं कर पाई। जब आप फिट होते हैं तो सफलता मिलती जाती है।
भ्साइना के मुताबिक, तीन महत्वपूर्ण फाइनल मैंचों (ऑल इंग्लैंड, विश्व चैंपियनशिप और चीन ओपन) में से मैं तीन में उपविजेता रही, जबकि ऑल इंग्लैंड और विश्व चैंपियनशिप खिताब कैरोलिना ने जीता और चीन ओपन ली शुरूई जीतने में कामयाब रही।
साइना ने इस साल बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सय्यद मोदी ग्रांड प्री गोल्ड और इंडिया ओपन सुपर सीरीज का खिताब अपने नाम किया। साथ ही वह दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनी। साथ ही वह ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप, विश्व चैंपियनशिप और चीन ओपन सुपर सीरीज के फाइनल में भी पहुंचने में कामयाब रही।
नेहवाल ने आगे कहा कि दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनना जहां संतोषजनक रहा, लेकिन तीन अहम टूर्नामेंटों में उपविजेता रहना करियर के लिए अच्छा नहीं रहा। 25 वर्षीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने कहा कि यह साल मेरे लिए अच्छा रहा, लेकिन चोटें नहीं लगती तो और बेहतर साबित हो सकता था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़कियों ने सभी टूर्नामेंटों में लगभग बेहतर प्रदर्शन किया।
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