जूनियर अब सीनियर बनने को बेताब
Published: Dec 26, 2016 07:25:00 am
भारत को 15 वर्ष के अंतराल के बाद जूनियर विश्व कप का खिताब दिलाने वाले
हरजीत ने कहा कि जब हमने फाइनल मुकाबले में बेल्जियम को 2-1 से हराया तो
ऐसा लगा जैसे आसमान नीचे सरक आया हो।
कोलकाता। जूनियर हॉकी विश्व कप जीतकर इतिहास रचने वाले युगा बिग्रेड का लक्ष्य अब सीनियर टीम में जगह बनाना है। यह बात जूनियर विश्व कप खिताब जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरजीत सिंह ने कही। हरजीत ने कहा कि हमारा लक्ष्य 21 जनवरी से शुरू हो रहे हॉकी इंडिया लीग में बेहतर प्रदर्शन कर सीनियर टीम में जगह हासिल करना है। हम सभी खिलाड़ी चाहते हैं कि हम जल्द से जल्द सीनियर टीम का हिस्सा बनेें और विश्व कप और ओलंपिक का खिताब जीतें।
उल्लेखनीय है कि एफआईएच विश्व कप 2018 की मेजबानी भारत करने वाला है और विश्व कप का आयोजन ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में होगा जबकि ओलंपिक 2020 में टोक्यो में खेला जाएगा।
कोलकाता में चल रहे हॉकी के सबसे पुराने टूर्नामेंट बेटन कप के 121वें संस्करण में विश्व कप विजेता टीम के कई सदस्य खेल रहे हैं। भारत को 15 वर्ष के अंतराल के बाद जूनियर विश्व कप का खिताब दिलाने वाले हरजीत ने कहा कि जब हमने फाइनल मुकाबले में बेल्जियम को 2-1 से हराया तो ऐसा लगा जैसे आसमान नीचे सरक आया हो।
कड़क चाय के नाम से टीम में मशहूर हरजीत ने कहा कि यह अविश्वसनीय था। पूरा स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था और जैसे ही हम जीते दर्शकों का जोश चरम पर पहुंच गया। देश को इतनी खुशी का मौका देकर हम बेहद गौरवान्वित हैं। इस खिताब के बाद भारत जूनियर विश्व कप में सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाले देशों में जर्मनी के बाद दुनिया का दूसरा देश बन गया है। जर्मनी की टीम रिकॉर्ड छह बार चैंपियन रही है।