इससे पहले सेमीफाइनल में उन्होंने श्रीलंका के दिनुका करुणारत्ने को 21-19, 21-14 से पराजित कर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी और फाइनल में उन्होंने तीन गेमों में दुर्किनजैक के खिलाफ श्रेष्ठता साबित की। लक्ष्य रैंङ्क्षकग में नंबर वन हैं। लक्ष्य के कोच विमल कुमार ने अपने शिष्य की शानदार कामयाबी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, लक्ष्य की यह एक बड़ी उपलब्धि हैं। वह अभी जूनियर हैं, लेकिन उनमें बड़े टूर्नामेंटों को जीतने की क्षमता है, जोकि निश्चित रूप से एक अच्छा संकेत है। लक्ष्य ने दिग्गज पीटर गेड के मार्गदर्शन में ट्रेङ्क्षनग की थी और यह बात कहीं न कहीं उनके लिए फायदेमंद रही।
आगामी टूर्नामेंट के लिए लक्ष्य की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर कोच ने कहा, वह इस समय अपने मजबूत पक्षों पर काम कर रहा है। वह पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन सयाली गोखले के साथ जुड़े हैं, जो उनके साथ विदेश दौरों पर जाती हैं। हमें आगे वियतनाम ग्रां प्री और फिर उसके बाद जूनियर विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेना है और मैं इसमें सफलता को लेकर पूरी तरह आशान्वित हूं। गत वर्ष लक्ष्य ने इंडिया इंटरनेशनल सीरीज का खिताब जीता था और थाइलैंड में सीपीबी बैडमिंटन चैंपियनशिप एंड स्पोटर्स साइंस ट्रेनिंग सेंटर में कांस्य पदक जीता था। लक्ष्य को देश के लिए आगामी ओलंपिक की बड़ी उम्मीद माना जा रहा है। खासतौर पर सीनियर लेवल पर छा रहे स्टार शटलरों के बीच लक्ष्य की सफलता दिखा रही है कि देश के पास अच्छी बेंचस्ट्रेंथ भी मौजूद है।