कार्लसन ने अपने 26वें जन्मदिन पर न्यूयार्क में तीन सप्ताह के खेल के बाद रूस के सर्गेई कार्जाकिन के साथ विभिन्न राउंड में जीत और ड्रॉ के बाद खिताब पर कब्जा किया।
न्यूयॉर्क। नार्वे के मैग्नस कार्लसन ने अपने 26वें जन्मदिन का तोहफा खुद को लगातार तीसरी बार विश्व शतरंज चैंपियनशिप खिताब के रूप में दिया है। भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद की सबसे बड़ी चुनौती बन चुके युवा कार्लसन ने रूस के सर्गेई कार्जाकिन को हराने के बाद लगातार तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
कार्लसन ने यहां न्यूयार्क में तीन सप्ताह के खेल के बाद विभिन्न राउंड में जीत और ड्रॉ के बाद खिताब पर कब्जा किया। रूसी खिलाड़ी कार्जाकिन 12 राउंड के मुकाबले में कार्लसन के खिलाफ बराबरी पर थे, लेकिन फाइनल राउंड में नार्वे के खिलाड़ी ने खुद को श्रेष्ठ साबित करते हुए बादशाहत कायम रखी।
आयोजकों ने बताया कि इस टूर्नामेंट को दुनियाभर में 60 लाख दर्शकों ने देखा है। इसके अलावा मैनहैटन में विश्व चैंपियनशिप के मुकाबलों को देखने के लिए प्रशंसकों ने 100 से 500 डॉलर तक की रकम खर्च की। जीत के बाद कार्लसन के समर्थकों ने उनके 26वें जन्मदिन का भी जश्न मनाया और हॉल ‘हैप्पी बर्थडेÓ की आवाज से गूंज गया। चैंपियनशिप की 11 लाख डॉलर की इनामी राशि को दो खिलाडिय़ों के बीच बांटा जाएगा, जिसमें विजेता कार्लसन को 60 फीसदी रकम मिलेगी।