स्टेडियम में नहीं घुस सकेंगे मकवाला
उन्हें स्टेडियम में भी जाने की अनुमति नहीं होगी। 30 वर्षीय मकवाला को स्वर्ण पदक विजेता वेड वान निकर्क के लिए सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा था लेकिन उन्हें रेस में उतरने की अनुमति नहीं दी गई और साथ ही मकवाला को सोमवार को 200 मीटर रेस के ओपङ्क्षनग राउंड से भी बाहर कर दिया गया। एथलीट ने अपने फेसबुक पेज पर कहा वह फिट महसूस कर रहे थे और रेस में उतरना चाहते थे लेकिन अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों ने एथलीटों के प्रवेश द्वार पर ही उन्हें रोक दिया। मकवाला ने कहा मैं स्टेडियम में रेस के लिये पहुंचा था लेकिन मुझे रोकने के सारे इंतजाम किये गये थे और सरकारी आदेश पर मुझे प्रवेश ही नहीं दिया गया। हम सच के लिए पूरा दिन लड़ते रहे और मैं अभी भी कहूंगा कि मैं बीमार नहीं हूं। मुझे अभी तक किसी डाक्टर ने जांचा नहीं है।
आईएएएफ के अलग बयान
इस बीच आईएएएफ ने दो अलग अलग बयान जारी किये हैं। एक में उन्होंने बताया कि मकवाला ने मेडिकल स्थिति के आधार पर रेस से हटने का निर्णय किया जबकि दूसरे में कहा कि एथलीट ने आईएएएफ के डाक्टरों की सलाह पर ऐसा किया है। बोत्सवाना के एथलीट संघ प्रमुख फाल्कन सेडिमो ने बताया कि मकवाला के मेडिकल टेस्ट हुए ही नहीं हैं और उनकी बीमारी से ही सभी ने यह मान लिया है कि वह खतरनाक वायरस से ग्रसित हैं। उन्होंने कहा आईएएएफ ने हमें अभी इस बारे में आधिकारिक सूचना नहीं दी है। हमें मीडिया से ही इस बारे में पता लगा है और यह दिल तोडऩे वाला है।
खतरनाक संक्रमण से ग्रसित
वहीं मकवाला को लेकर आईएएएफ ने कहा मकवाला को खतरनाक संक्रमण से ग्रसित पाया गया है। उनकी अभ्यास के दौरान मेडिकल टीम ने सेंटर में जांच की थी जिसके बाद इसकी पुष्टि हुई है। हमने बोत्सवाना के टीम डाक्टर को भी इसकी जानकारी दी है। हमने टीम डाक्टर, फिजियो और टीम लीडर को भी इसके बारे में बताया है और अब मकवाला को अगले 48 घंटों तक अलग कमरे में रखा जाएगा। उन्होंने कहा आईएएएफ को अफसोस है कि मकवाला की सारी मेहनत व्यर्थ हेा गयी है और वह रेस में हिस्सा नहीं ले सके। लेकिन हमारा निर्णय बाकी एथलीटों की बेहतरी के लिये है। वहीं मकवाला की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीकी धावक निकर्क ने उम्मीद के मुताबिक 43.98 सेकंड का समय लेकर 400 मीटर में अपना विश्व खिताब बचाये रखा है।