मैच जीतने के बाद मैरी कॉम ने कहा, “इस खिलाड़ी को मैंने पिछली बार एशियन चैम्पियनशिप के फाइनल में हराया था। इस बार में पूरी तरह से तैयार होकर आई थी और इसलिए एकतरफा मात दी। मैंने उन्हें अपने ज्यादा करीब नहीं आने दिया। चाहे हमे जीतें या हारें हर मुक्केबाज कुछ न कुछ सीखता है कि उसकी क्या कमजोरी है। उसका डिफेंस कमजोर है या अटैक और इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए वह अपने खेल में सुधार करता है।”
उन्होंने कहा, “मैं हना को देखूंगी और उनके खेल पर ध्यान दूंगी। फाइनल में मैं कोशिश करूंगी की जीत हासिल कर सकूं। यहां के दर्शकों ने मुझे बहुत समर्थन दिया है। मैं अपने साथ-साथ देश को भी गर्व करने का मौका दूंगी।” मैरी कॉम इससे पहले हना को पौलेंड में खेले गए टूर्नामेंट में मात दे चुकी हैं।