संजीता चानू का यह कामनवेल्थ खेलों में दूसरा मेडल था
संजीता चानू ने शुक्रवार को महिलाओं की 53 किलो वेट केटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था। यह भारत का दूसरा गोल्ड मेडल था। संजीता ने 2014 में हुए ग्लासगो कामनवेल्थ खेलों में भी गोल्ड मेडल जीता था। तब उनकी वेट केटेगरी 48 किलो थी लेकिन उन्होंने अब अपनी वेट केटेगरी बदल कर 53 किलो कर ली है। 2 जनवरी,1994 को जन्मी संजीता 2006 से वेटलिफ्टिंग के खेल में हैं। वो 2009 में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता चुकीं हैं साथ ही वह 2011 में हुए एशियाई वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकीं हैं। 2012 में संजीता कामनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीती थीं।
कामनवेल्थ के साथ वर्ल्ड चैंपियनशिप भी जीत चुकीं हैं मीराबाई
मीराबाई चानू ने भारत को गोल्ड कोस्ट कामनवेल्थ खेलों में पहला गोल्ड मेडल जिताया हैं। मीराबाई ने अपना खुद का बनाया खेलों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए गुरुवार को भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। मीराबाई 2014 से अलग-अलग अंतर्राष्टीय इवेंट्स के 48 किलोग्राम की वेट केटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं हैं। वो वर्ल्ड चैंपियनशिप टाइटल की साथ कई कामनवेल्थ गेम्स मेडल भी जीत चुकीं हैं। 2014 ग्लासगो कामनवेल्थ खेलों में 48 किलोग्राम वेट केटेगरी में मीराबाई ने सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने 2017 में बड़ा कारनामा करते हुए अमेरिका में आयोजित वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप जीती थी।
सभी मेडल विजेताओं को राज्य सरकारें करेंगी सम्मानित
मीराबाई चानू को शानदार उपलब्धि के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने 20 लाख रुपये के कैश प्राइज से सम्मानित किया था। साथ ही मीराबाई को खेल में उनके योगदान के लिए भारत सरकार उनको 2018 में पद्मश्री से सम्मानित कर चुकी हैं । मणिपुर सरकार के नियमों के अनुसार कामनवेल्थ खेलों में मेडल जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को राज्य सरकार कैश प्राइज से सम्मानित करेंगी। 15, 10 और 8 लाख रुपये क्रमशः गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल विजेताओं को दिए जाएंगे।