50 लोग पढ़ पाएंगे नमाज
जापान की एक स्पोर्ट्स कंपनी ने ट्रक की बॉडी में फेरबदल करके उसके पिछले हिस्से में मस्जिद बनाई है। इस मस्जिद में एक साथ लगभग 50 लोग नमाज पढ़ सकेंगे। इन्हें मुस्लिम दर्शकों और पर्यटकों के लिए स्टेडियम के बाहर खड़ा किया जाएगा। खास बात यह है कि इसमें नमाज से पहले वजू करने की भी व्यवस्था की गई है।आपको बता दें वजू एक प्रक्रिया है जिसमें मुस्लिम श्रद्धालु नमाज पढ़ने से पहले अपने आप को पानी से धो कर पाक करते हैं ।
जापानी स्वागत के तरीके से अवगत करने का प्रयास
इस मोबाइल मस्जिद बनाने वाली कंपनी के सीईओ यसुहारु इनोउ के मुताबिक, इन्हें बनाने का मकसद जापान आने वालों को घर जैसा अहसास देना है।उन्होंने कहा कि कंपनी का अनुमान है कि 2020 के ओलिंपिक देखने बड़ी संख्या में मुस्लिम पर्यटक उनके देश में आएंगे। इस लिहाज से जापान में मस्जिद की कमी नहीं होनी चाहिए।इसलिए हमने मोबाइल मस्जिद बनाने का फैसला किया। जापान सभी धर्मों का सम्मान करता है। इसलिए हम चाहते हैं कि दुनियाभर के मुस्लिम हमारे ओमोतेनाशी (जापानी स्वागत का तरीका) को देखें।
ट्रक से बनाई मस्जिद
इनोउ ने बताया कि चार साल पहले वे कतर गए थे। वहां से इस तरह की मस्जिद बनाने का विचार आया। इसके लिए ट्रक के पिछले हिस्से में 48 वर्गमीटर का कमरा बनाया गया।इसमें आराम से 50 लोग नमाज अदा कर सकेंगे। एक अनुमान के मुताबिक, जापान में एक से दो लाख मुसलमान रहते हैं।जिन्हे ओलंपिक के दौरान नमाज पढ़ने के लिए किसी तरह की दिक्कत न आये इसके लिए ऐसा प्रयोग किया गया है ।
गर्मी से निजात पाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल
ओलंपिक की सफलता के लिए इस गर्मी से लड़ना भी जरूरी है । आयोजक ने कई नई तकनीकों का इस्तेमाल कर इस गर्मी की परेशानी से निपटने का दावा कर रहे हैं। कोएक ने कहा कि हमने एक खास स्प्रे बनाया है, जिसके छिड़काव से गर्मी से राहत मिलेगी। इसके अलावा सड़कों के लिए भी खास गर्मी रोधक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएग, जिसको 100 किमी के दायरे मे बिछाया जाएगा। कोएक के मुताबिक, ऐसा करने से उन सड़कों पर 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में कमी आएगी।