फीफा ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और जांच के बाद एक बयान जारी किया जिसके मुताबिक, “हमने निकारागुआ एफ द्वारा दाखिल किए गए हर कागज को देखा है और पाया है कि सभी पर संघ के अधिकारियों के हस्ताक्षर हैं।”
शीर्ष संस्था ने कहा, “महासंघ द्वारा दाखिल की गई वोट शीट से हमने तुलना की जिसे हमने अपनी वेबसाइट पर जारी किया। इसके बाद हम यह कह सकते हैं कि हमारे पास खिलाड़ी द्वारा हस्ताक्षर किया गया वोट है। हमने निकारागुआ फुटबॉल महासंघ से इस मुद्दे पर जांच करने को कहा है।”