इस स्पर्धा में गोल्ड ऑस्ट्रेलिया और सिल्वर बांग्लादेश के नाम रहा
मिथरवाल ने 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। उन्होंने कुल 201.1 स्कोर के साथ ब्रॉन्ज पर कब्जा जमाया।मिथरवाल ने पहली सीरीज में 89, दूसरी में 90, तीसरी सीरीज में 92, चौथी सीरीज में 95, पांचवीं सीरीज में 62 और आखिरी सीरीज में 94 का स्कोर किया।स्पर्धा का गोल्ड आस्ट्रेलिया के डेनियल रेपाचोली के नाम रहा जिन्होंने 227.2 का कुल स्कोर करते गुए गेम रिकार्ड बनाया। वहीं सिल्वर मेडल बांग्लादेश के शकील अहमद के नाम रहा जिन्होंने 220.5 का स्कोर किया।
क्वालिफिकेशन राउंड में मिथरवाल ने CWG रिकॉर्ड तोड़ा
23 साल के मिथरवाल का यह पहला कामनवेल्थ गेम्स है। फाइनल में 24 में से 18 शॉट्स जब हो चुके थे तब तक मिथरवाल गोल्ड मेडल पोजीशन पर थे, लेकिन उनके दो ख़राब शॉट्स ने उनको ब्रॉन्ज मेडल पर खिसका दिया। इससे पहले 10 मीटर पिस्टल के क्वालिफिकेशन राउंड में मिथरवाल कामनवेल्थ गेम्स रिकॉर्ड तोड़ चुकें हैं जो कि भारत के समरेश जंग के नाम था, हलाकि उस स्पर्धा में भी वो ब्रॉन्ज मेडल ही जीत सके थे और उनके हमवतन जीतू ने गोल्ड जीता था। मिथरवाल का इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हाल ही में मेक्सिको में हुए ISSF वर्ल्ड कप में आया था जहा उन्होंने 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल किया था।
पिछले बार के गोल्ड मेडल विजेता जीतू इस बार चूके
वहीं जीतू राय ने निराश किया। वह 105 का स्कोर कर पहले ही पदक की दौड़ से बाहर हो गए।मिथरवाल और जीतू ने यहां क्वालीफिकेशन में क्रमश: पहला और छठा स्थान हासिल करते हुए फाइनल में प्रवेश कियाा। जीतू ने कुल 542 का स्कोर करते हुए फाइनल में जगह बनई तो वहीं मिथरवाल ने 549 का स्कोर किया। जीतू ने ग्लासगो कामनवेल्थ खेलों में 50 मीटर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता था। जीतू से भारत को इस स्पर्धा में फिर से गोल्ड कि उम्मीद थी लेकिन वो अपनी सफलता को दोहरा नहीं पाए। जीतू भारत के लिए 10 मीटर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीत चुकें हैं।