मैच खत्म होने में तीन मिनट का समय बाकी था और पटना 37-40 से पीछे थी। तभी प्रदीप ने सफल रेड से तीन अंक लेते हुए स्कोर बराबर कर दिया। फिर पटना के डिफेंस ने सुरेंद्र सिंह की रेड को असफल करते हुए एक अंक की बढ़त ले ली। प्रदीप ने फिर एक अंक लिया और पटना का डिफेंस हादी ताजिक की रेड को असफल करने में सफल रहा और मेजबान टीम चार अंक से आगे हो गई।
प्रदीप की हालांकि आखिरी रेड खाली गई लेकिन इससे पटना की जीत नहीं रुकी। इससे पहले, पहले हाफ में दोनों टीम 20-20 से बराबरी पर थीं। दूसरे हाफ में भी दोनों टीमें एक दूसरे को आगे निकलने का मौका नहीं देना चाहती थी। नतीजा यह होता कि कभी एक टीम आगे होती तो दूसरी टीम बराबरी कर लेती और फिर बढ़त बना लेती।
पटना ने दूसरे हाफ के शुरुआती मिनट में 23-21 से बढ़त ले ली थी और फिर 25-23 से आगे हो गई थी लेकिन यूपी ने 22वें मिनट में प्रदीप को मैट से बाहर भेज स्कोर 26-26 कर लिया था। पटना फिर 35-29 से आगे हो गई। लेकिन यूपी ने अपने कप्तान नितिन तोमर के दम पर मैच में वापसी की और 34वें मिनट में 35-35 से बराबरी करने के बाद 40-36 की बढ़त ले ली। लेकिन अंत में वह प्रदीप को नहीं रोक पाई और मैच गंवा बैठी।