पहेल हाफ में स्कोर 18-14 रहा
यहां पर पटना ने अपने डिफेंस से बंगाल के दमदार रेडरों मनिंदर और जांग कुन ली को आउट कर और मोनू गोयत की सफल रेड से 9-6 से बढ़त ली।बंगाल ने हालांकि, हार न मानते हुए दीपक नरवाल की सफल रेडों के दम पर अंकों के अंतर को पाटते हुए 10-10 से बराबरी कर ली। पिछले मैच में बंगाल से मिली हार को पटना किसी भी हाल में नहीं दोहराना चाहती थी और इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए पटना बंगाल को किसी तरह पछाड़ने में सफल होते हुए आगे बढ़ रही थी। पटना ने पहले हाफ की समाप्ति तक बंगाल पर 18-14 की बढ़त बना ली।
पटना की टीम ने बनाई रखी अपनी बढ़त
दूसरे हाफ में बंगाल पर अपनी पकड़ को पटना ने और भी मजबूत कर दिया। प्रदीप और मोनू ने रेडिंग की जिम्मेदारी संभाल रखी थी, जिसमें वे सफल भी हो रहे थे, वहीं दूसरी ओर मनिंदर, दीपक और ली भी बंगाल को किसी तरह आगे ले जाने में लगे हुए थे।प्रदीप और मोनी दोनों ही बंगाल के डिफेंस को कमजोर कर रहे थे और बंगाल दो बार ऑल आउट हो चुकी थी, जिसके दम पर पटना का स्कोर 32-24 हो गया। मैच को समाप्त होने में 10 मिनट का समय शेष था और दीपक मनिंदर किसी तरह बंगाल के लिए अंकों के अंतर को पाटने की कोशिश कर रहे थे।
अंतिम मिनट में पलटी बाजी
अंतिम चार मिनट में 36-30 से आगे चल रही पटना को हरा पाना अब बंगाल के लिए असंभव था। स्कोर में इस अंतर को पाट पाना बंगाल के लिए असंभव था, लेकिन यहां मनिंदर ने अपनी टीम को मजबूती दी और पटना को अंतिम एक मिनट में ऑल आउट कर किया और इसके दम पर बंगाल ने मैच 37-37 से ड्रॉ कर दिया।