पीटी उषा को स्वर्ण पदक बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और प्रमाण पत्र जाने-माने निशानेबाज जसपाल राणा ने प्रदान किया। विजय अमृतराज, प्रकाश पादुकोण, सुनील गावस्कर और मिल्खा सिंह के बाद वह यह अवॉर्ड प्राप्त करने वाली पांचवीं खिलाड़ी हैं।
उषा ने 1977 से 2000 के बीच अपने यादगार करियर में भारत के लिए 103 अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते. उन्होंने एशियाई खेलों में चार स्वर्ण पदक और सात रजत पदक भी जीते और ओलंपिक के तीन संस्करणों में प्रतिस्पर्धा की। कार्यक्रम में बोलते हुए, उषा ने कहा, ‘मैं आभारी हूं कि मेरे करियर की उपलब्धियों को आज तक याद किया जाता है. मेरे समय के दौरान, हमारे पास वे सभी सुविधाएं नहीं थीं जो आज के युग में एथलीटों के पास उपलब्ध हैं – विदेशी प्रशिक्षण, पोषण, खेल मनोवैज्ञानिक और खेल विज्ञान सहित अन्य। अब जब मैं आईओए में काम कर रही हूं, तो हमारा प्रयास पेरिस ओलंपिक पर ध्यान केंद्रित करना है। उसके बाद हम 2036 तक भारत को खेल शक्ति बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को पूरा करने पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे।’