बालाघाट

100 लगाओ पुलिस बुलाओ पर अब नहीं आती पुलिस

3 महीने से कटंगी-तिरोड़ी थाने के वाहनों का चल रहा मेन्टनेस

बालाघाटOct 24, 2021 / 07:18 pm

mukesh yadav

100 लगाओ पुलिस बुलाओ पर अब नहीं आती पुलिस

बालाघाट/कटंगी। आज कल गांवों में कोई घटना हो तो लोग सीधे डायल 100 कर पुलिस को बुलाते हैं। पर कटंगी और तिरोड़ी थाने में अब डायल 100 करने पर पुलिस नहीं आती है। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि इन दोनों ही थानों के डायल 100 वाहन बीते 3 महीने से मेन्टनेस के लिए जिला मुख्यालय बालाघाट भेजे गए हैं, जो अब तक लौट कर नहीं आए है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में होने वाली घटनाओं के बाद जब ग्रामीण डायल 100 करते तो कॉल सेंटर से संतोष जनक जवाब तो बकायदा मिल जाता है। लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंच रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जब से सरकार ने डायल 100 की सेवा शुरू की है, तब से गांवों में घटना दुर्घटनाएं, झगड़ा व अन्य अपराध होने पर ग्रामीण सीधे डायल 100 के भरोसे रहते हैं। मगर अब डायल 100 करने पर गाड़ी ही नहीं आ पाती है। बता दें कि कॉल सेंटर से अगर कटंगी से 30 किमी. दूर की वारासिवनी या फिर खैरलांजी थाने का डायल 100 वाहन कटंगी या तिरोड़ी थाने के गांवों में भेज भी दिया जाए, तो अन्य थाना क्षेत्र से आने वाले वाहन इन थाना क्षेत्रों में आकर गांव की ही तलाश करते रहते हैं। ऐसे में पुलिस को घटना स्थल पर पहुंचने में काफी समय लग जाता है और पुलिस के पहुंचने तक घटनाक्रम बढ़ जाता है।
पुलिस विभाग भी परेशान
पुलिस विभाग का डायल 100 वाहन भी ठेकेदारी प्रथा में चल रहा है, पुलिस विभाग भी इस ठेकेदारी प्रथा के चलते परेशान हो रहा है। मगर, पुलिस विभाग के वरिष्ट अफसर भी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। कटंगी और तिरोड़ी थाने के डॉयल 100 वाहनों में क्या खराबी है, इसकी जानकारी संबंधित थानों में नहीं है। हालाकि पुलिस सूत्रों की माने तो अगर डायल 100 वाहन का इंजन भी खराब होता तो उसे अधिकतम 7 दिनों के भीतर मरम्मत कर सडक़ पर दौड़ाया जा सकता है।
७२ गांवों आते हैं कटंगी में
जानकारी अनुसार कटंगी थाने में 72 गांवों आते हैं। इन गांवों से हर माह डायल 100 में एक अनुमान के मुताबिक 100 से अधिक शिकायतें आती थी। यहीं हाल तिरोड़ी थाने का भी है इस थाने के अंतर्गत 55 गांव और इसी थाने की महकेपार चौकी में 22 गांव शामिल है। इसमें जनपद खैरलांजी के गांव भी शामिल है। बहरहाल, इन दोनों ही थानों में डायल 100 वाहन नहीं होने से लोगों द्वारा विवादों और हादसों की जानकारी देने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इस मामले में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ध्यानाकर्षण कर समस्या का निराकरण किए जाने की दरकार है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.