उत्तर कोरिया की मुक्केबाज को हरा पहुंची थीं फाइनल में
सोनिया चैम्पिनयशिप के इस 10वें संस्करण के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की दूसरी मुक्केबाज थीं और मैरी कॉम के बाद देश ने दूसरे स्वर्ण पदक की उनसे आस लगा रखी थी। गुरुवार को सेमी फाइनल मुकाबले में उन्होंने एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता उत्तर कोरिया की सोन ह्वा जो को 5-0 से मात दी। पांच निर्णायकों ने सोनिया के पक्ष में 30-27, 30-27, 30-27, 29-28, 30-27 से फैसला दिया।
सोनिया चैम्पिनयशिप के इस 10वें संस्करण के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की दूसरी मुक्केबाज थीं और मैरी कॉम के बाद देश ने दूसरे स्वर्ण पदक की उनसे आस लगा रखी थी। गुरुवार को सेमी फाइनल मुकाबले में उन्होंने एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता उत्तर कोरिया की सोन ह्वा जो को 5-0 से मात दी। पांच निर्णायकों ने सोनिया के पक्ष में 30-27, 30-27, 30-27, 29-28, 30-27 से फैसला दिया।
फाइनल में जान लगा देने का किया था वायदा
सेमी फाइनल मैच जीतने के बाद सोनिया ने कहा था कि उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा कि वह फाइनल में पहुंच गई हैं। उन्होंने फाइनल मुकाबले में अपनी पूरी जान लगा देने का वायदा किया था। जजों के दिए अंक भी बताते हैं कि यह काफी करीबी मुकाबला था और सच में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन दुर्भाग्य से वह पीला तमगा पाने से चूक गईं।
सेमी फाइनल मैच जीतने के बाद सोनिया ने कहा था कि उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा कि वह फाइनल में पहुंच गई हैं। उन्होंने फाइनल मुकाबले में अपनी पूरी जान लगा देने का वायदा किया था। जजों के दिए अंक भी बताते हैं कि यह काफी करीबी मुकाबला था और सच में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन दुर्भाग्य से वह पीला तमगा पाने से चूक गईं।