शानदार फॉर्म में बोपन्ना
फाइनल मैच में रोहन बोपन्ना शानदार फॉर्म में दिखाई दिए। पूरे मैच के दौरान अपनी सर्विस पर उन्होंने विपक्षियों को सिर्फ चार अंक लेने दिए। यह उनका ही कमाल था कि कमजोर पड़ रहे दिविज शरण की खामियां ढक गई।
पिछले साल से ही खेलना शुरू किया है साथ
बता दें कि रोहन बोपन्ना और दिविज शरण ने पिछले साल से ही जोड़ी बना कर एटीपी विश्व टूर में खेलना शुरू किया है, लेकिन पिछला पूरा साल उनके लिए काफी निराशाजनक रहा था। उनके हिस्से एक भी खिताब नहीं आया था। यह फैसला उन्होंने एशियाई खेलों में टेनिस डबल का स्वर्ण पदक भारत को दिलाने के बाद लिया है, ताकि 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलंपिक तक उनकी आपसी तालमेल बन जाए और एक-दूसरे की खूबियों और खामियों को समझ कर एक जोड़ी के रूप में ओलंपिक से पहले तक परिपक्व हो जाएं।