उनके पास अंतिम फैसला आने तक बी सैम्पल देने और इस फैसले को चुनौती देने का मौका है। उनकी अपील अगर विफल हो जाती है तो उन पर चार साल का प्रतिबंध लग सकता है। फिलिप किमुटाई के सैम्पल में भी प्रतिबंधित पदार्थ के अंश पाए गए थे।
एआईयू ने एक बयान में कहा, “आईएएएफ के डोपिंग रोधी नियमों के अंतर्गत अंतिम सुनवाई होने से पहले खिलाड़ियों को अस्थायी तौर पर निलंबित किया जाता है और उन्हें किसी भी तरह की खेल संबंधी गतिविधियों में हिस्सा लेने से दूर रखा जाता है।”
विसेंट याटोर को भी निलंबन का शिकार होना पड़ा है। उनके सैम्पल में भी प्रतिबंधित पदार्थ पाया गया है। इन तीनों को मिलकर अब केन्या के कुल 15 खिलाड़ी डोपिंग के कारण निलंबित किए जा चुके हैं।