रिपोर्ट के मुताबिक, जिन समर्थकों पर चेल्सी ने प्रतिबंध लगाया है, उन्हें आजीवन प्रतिबंध भी झेलना पड़ सकता है।
बेली को शुरु में लगा था कि उनका मामला दबा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह परिणाम है जो मैं चाहता था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक है कि इसमें समय लगा। चेल्सी को शायद यह देखने की जरूरत है कि इस संबंध में उसकी प्रक्रिया कितनी प्रभावी है।”
बेली ने हालांकि चेल्सी के कदम का स्वागत किया है। लेकिन, उन्होंने साथ ही इसमें देरी पर निराशा जताई और कारण पूछा। उन्होंने कहा, “यह अच्छा है कि इस मामले में जीरो टॉलेरेंस नीति का वादा खोखला नहीं निकला।”
उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ इतना जानना चाहता हूं कि जिस टीम का मैं समर्थक हूं, क्या उसे फर्क पड़ता है। मुझे नहीं लगा था कि मुझे इस मामले में क्लब से संपर्क करना चाहिए, उन्हें मुझे लगातार बताना चाहिए कि क्या हो रहा है।”