विकास कृष्ण यादव ने रियो ओलंपिक में क्वालीफाई करने साथ ही कहा कि यह मेरा आखिरी ओलंपिक है इसमें मैं पदक जीतने के लिए जी-जान लगा दूंगा
कुलदीप पंवार
नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में जाने के लिए मैंने बहुत तैयारी की थी। इस क्वालिफायर में ही टिकट हासिल कर लूंगा, ये बात आप सभी से जाने से पहले ही कह दी थी। अब ये मेरा आखिरी ओलंपिक है तो इसमें पदक जीतने से बड़ा मेरे लिए कुछ नहीं होगा। अजरबैजान की राजधानी बाकू में चल रहे ओलंपिक क्वालिफायर में सेमीफाइनल में प्रवेश के साथ ही ओलंपिक टिकट हासिल करने वाले भारतीय बॉक्सर विकास कृष्ण यादव ने ये बात “पत्रिका” के साथ फोन पर हुई बातचीत में कही।
परिवार इजाजत देगा तो ही खेलेंगे आगे
प्रोफेशनल बॉक्सिंग की तरफ मुड़ जाने के कारण आखिरी ओलंपिक होने की बात कही है क्या? जब ये बात सिर्फ 24 साल के विकास से पूछी गई तो उन्होंने कहा कि शायद मैं प्रोफेशनल बॉक्सर बन जाऊं, लेकिन सबकुछ परिवार की मर्जी पर होगा। परिवार ने अभी तो इसी ओलंपिक तक बॉक्सिंग करने की इजाजत दी है। उसके बाद भी उनकी इजाजत रही तो खेलूंगा नहीं तो यह मेरा आखिरी ओलंपिक ही होगा।
बहुत मजबूत हैं मेरे प्रतिद्वंद्वी
विकास ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके अपने एक अन्य साथी शिव थापा के साथ ट्रेनिंग के लिए अमेरिका जाएंगे या नहीं, ये अभी तय नहीं है। उनका इरादा बाकू से लौटने के बाद थोड़ा आराम करने का है। उन्होंने कहा कि रियो में मेरे भार वर्ग में जितने भी बॉक्सर आ रहे हैं, सभी मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं। इसके लिए मुझे अपनी ट्रेनिंग और तकनीक के साथ रणनीति पर कुछ अतिरिक्त काम करना होगा। लेकिन सबसे पहले 2-4 दिन का आराम होगा, फिर बाकी कुछ।