ओलंपिक के लिए क्वालीफिकेशन हासिल करने की रस्साकशी के बीच एशियाई चैंपियन भारतीय महिला 4×400 मीटर रिले टीम की एथलीटों ने तुर्की में शानदार प्रदर्शन से एक आस तो बंधा ली है
नई दिल्ली। ओलंपिक के लिए क्वालीफिकेशन हासिल करने की रस्साकशी के बीच एशियाई चैंपियन भारतीय महिला 4×400 मीटर रिले टीम की एथलीटों ने तुर्की में शानदार प्रदर्शन से एक आस तो बंधा ली है, लेकिन उनका ओलंपिक टिकट अब भी ‘प्रोविजनल’ के ही फेर में फंसा हुआ है।
विश्व की शीर्ष-16 रिले टीमों को मिलने वाले ओलंपिक टिकट की क्वालिफिकेशन प्रक्रिया किसी भी समय दूसरी टीम के शानदार प्रदर्शन की बदौलत उनके हाथ से फिसल सकती है। 12वें नंबर पर आ गई हैं भारतीय महिलाएं तुर्की के एरजुरम में आयोजित रिले टीम्स कप में एशियाई रिकॉर्ड होल्डर भारतीय महिलाओं ने 3:30.16 सेकंड का समय निकालकर इंटरनेशनल एथलेटिक्स फेडरेशन की रैंकिंग में 12वां स्थान हासिल कर लिया है।
इससे पहले पिछले सप्ताह जौना मुर्मु, अश्विनी अकुंजी, अनिलडा थॉमस और एमआर पूवम्मा की चौकड़ी ने स्लोवाकिया में 3:31.39 सेकंड के समय के साथ गोल्ड मेडल जीतते हुए भारत को रिले वर्ग में क्वालिफिकेशन की होड़ शामिल कराया था। इस प्रदर्शन के बाद भारतीय महिलाओं की रैंकिंग 15वें स्थान पर आ गई थी।
जर्मनी ने पैदा कर दिया था खतरा
भारत के इस क्वालिफिकेशन को जर्मनी ने तब खतरा पैदा कर दिया, जब अपने ‘घरेलू’ माहौल में रेजेंस्बवर्ग लुफांते और स्पार्कसन गाला में रविवार को दो अलग-अलग जर्मन टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 3:29.66 सेकंड के औसतन समय के साथ रैंकिंग में 13वां स्थान हासिल कर दिया था। जर्मनी को टॉप-16 से भारतीय महिलाओं के प्रदर्शन ने ही बाहर किया था। इसके चलते भारतीय महिलाएं 16वें स्थान पर आ गई थीं।
क्या है ‘प्रोविजनल क्वालिफिकेशन’
– एथलेटिक्स में व्यक्तिगत स्पर्धाओं की तरह रिले में किसी एक प्रदर्शन पर ओलंपिक क्वालीफाई घोषित नहीं किया जाता।
– ओलंपिक में विश्व के शीर्ष 16 देशों की रिले टीमों को ही भाग लेने का मौका दिया जाता है।
– किसी भी देश की रिले टीम को दो प्रकार से क्वालीफाई करने का मौका दिया जाता है।
– ओलंपिक से पहले साल की आइएएएफ चैंपियनशिप के फाइनल में दौडऩे वाली 8 टीमों के देश ऑटोमेटिक क्वालीफाई माने जाते हैं।
– बाकी बचे 9 से 16 नंबर तक के स्थान किसी भी देश की रिले टीमों के दो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों के औसत समय से मिली रैंकिंग से भरे जाते हैं।
– इस साल ये समय 2015 से 11 जुलाई 2016 के बीच हुए अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त कॉम्पिीटिशंस से चुने जा रहे हैं।
– इस तरह हर कॉम्पिीटिशन के बाद रैंकिंग बदलने से टीमें का क्वालीफिकेशन लेवल बदलता रहता है।
– ओलंपिक के लिए पक्का स्थान 12 जुलाई, 2016 की शीर्ष-16 टीमों का ही माना जाएगा।
ये हैं ऑटोमेटिक क्वालीफायर
रैंकिंग देश समय (सेकंड में)
1 यूएसए 3:19.41
2 जमैका 3:20.80
3 ग्रेट ब्रिटेन 3:23.75
4 फ्रांस 3:25.65
5 कनाडा 3:26.91
6 ऑस्ट्रेलिया 3:29.32
7 पौलेंड 3:29.73
8 ब्राजील 3:30.33
ये देश हैं बाकी स्थानों की होड़ में
रैंकिंग देश समय (सेकंड में)
9 नाइजीरिया 3:24.19
10 यूक्रेन 3:25.97
11 इटली 3:28.45
12 क्यूबा 3:29.54
13 भारत 3:29.61
14 जर्मनी 3:29.76
15 बहामास 3:29.81
16 रोमानिया 3:30.05
ये देश भी खड़े हैं कतार में
रैंकिंग देश समय (सेकंड में)
17 जापान 3:30.85
18 चेक रिपब्लिक 3:32.22
19 त्रिनिदाद-टौबेको 3:32.25
20 पोर्टोरिको 3:32.60
21 बेल्जियम 3:33.73
22 बहरीन 3:33.84
23 चीन 3:34.20
24 बोत्सवाना 3:34.29
रूसी टीम लौटी तो सबको खतरा
डोपिंग विवाद में फिलहाल बाहर रखी गई रूसी टीम की अपील पर इंटरनेशनल एथलेटिक्स फेडरेशन में सुनवाई चल रही है। रूसी टीम की बेस्ट परफॉर्मेंस का औसत 3:24.29 सेकंड का था और इस हिसाब से वह नाइजीरिया के साथ 9वें स्थान पर थी। रूसी टीम की अपील पर उसका निलंबन खत्म हुआ तो क्वालीफिकेशन की होड़ में जुटी सभी टीमों को खतरा होगा।
रिकॉर्ड बनाकर भी दूर है भारतीय पुरुष रिले टीम भारतीय पुरुष रिले टीम ने रविवार को तुर्की में रिले टीम्स कप में 4×400 मीटर रिले में 3:02.17 सेकंड के साथ देश के लिए नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया, लेकिन ओलंपिक का टिकट अब भी उसकी पहुंच से दूर है। पिछला रिकॉर्ड 3:02.62 सेकंड के साथ बैंकाक में हुए 1998 एशियन गेम्स में बनाया गया था। भारतीय पुरुष इस रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के बावजूद विश्व रैंकिंग में 17वें नंबर पर हैं।
हम कोशिश कर रहे हैं कि पुरुष और महिला रिले टीमों को कुछ और कॉम्पिीटिशंस में भेजा जा सके, जिससे पुरुषों को शीर्ष-16 टीमों में शामिल होकर ओलंपिक में पहुंचने का मौका मिल सके और महिलाओं की तैयारी और बढिय़ा हो जाए।
– मनीष कुमार, सीओओ, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया