2005 के बाद पहली बार फाइनल में बनाई जगह
आपको बता दें कि साल 2005 के बाद भारत पहली बार इस चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर पाया है। 2005 में भारत फाइनल में कोरिया के हाथों हार गया था। मेड्रिड में हुए फाइनल में भारतीय टीम में राय, जयंत तालुकदार और गौतम सिंह थे जो फाइनल में कोरिया से 232-244 से हार गए थे। ऐसे में 14 साल के बाद एक बार फिर से भारत के पास मौका है खिताब को अपने नाम करने का।
पुरुष टीम ने दूसरी बार फाइनल में बनाई जगह
भारत ने तरूणदीप राय, अतानु दास और प्रवीण जाधव की तिकड़ी के बलबूते शूटऑफ में 29-28 से जीत दर्ज की। कुल स्कोर 5-4 का रहा। पुरुष रिकर्व टीम दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल में पहुंची है। भारतीय महिला कंपाउंड टीम वर्ग में मेडल की दावेदार है जो शनिवार को ब्रॉन्ज मेडल के प्लेऑफ मुकाबले में तुर्की से खेलेगी।
क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपै को 6-0 से हराने के बाद भारतीय पुरुष रिकर्व टीम को मेजबान टीम से कड़ी चुनौती मिली। नीदरलैंड्स में दुनिया के नंबर दो तीरंदाज स्टीव विजलेर, रियो ओलिंपिक 2016 में सेमीफाइनल तक पहुंचे जेफ वान डेन बर्ग और लंदन ओलिंपिक 2012 में सेमीफाइनल खेलने वाले रिक शामिल थे। भारतीय टीम दो बार मैच में पिछड़ी लेकिन राय ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल करके मैच को शूटआफ तक खींचा।