वहीं 75 किलोग्राम भारवर्ग में भारत की स्वीटी बोरा को निराश होना पड़ा। प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उन्हें वेल्स की लॉरेन प्राइस ने 3-1 से मात दी।
पहले दौर में मिली थी बाई
मैरी कॉम को पहले दौर में बाई मिली थी। वह अपने बदले हुए भारवर्ग 51 किलोग्राम में पहले विश्व खिताब के लिए चैम्पियनशिप में उतरी हैं। दोनों मुक्केबाजों ने आक्रामक शुरुआत की थी। इस कारण रेफरी को मुकाबले में हस्तक्षेप करना पड़ा और इन्हें अलग होने के लिए कहना पड़ा। हालांकि पहले राउंड के अंतिम समय में मैरीकॉम थोड़ी डिफेंसिव हो गई थीं। उन्होंने मौका देखकर निशाने पर पंच लगाए।
हर राउंड में रहीं भारी
इस मैच के हर राउंड में मैरीकॉम भारी रहीं और दोनों मुक्केबाजों ने आक्रमक खेल का प्रदर्शन किया। मैरीकॉम को सही जगह पंच लगाने में कामयाबी मिल रही थी। इसके अलावा वह अपनी फुर्ती के कारण जितपोंग के पंचों से अच्छा बचाव भी कर रही थीं। तीसरे दौर में भी मैरी ने दाएं और बाएं जैब का अच्छा इस्तेमाल किया और जितपोंग को करीब आने दिया। उनके करीब आने पर उन्होंने अपरकट जमाए।
मैरीकॉम का अंतिम आठ में कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से मुकाबला होगा। वह पैन अमरीका विजेता हैं और रियो ओलम्पिक-2016 में भी कांस्य पदक जीत चुकी हैं।