मशहूर पहलवान स्वर्गीय केडी जाधव सहित देश के 10 दिग्गज पहलवानों को उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए यहां सम्मानित किया गया।
नई दिल्ली: देश को ओलंपिक में पहला व्यक्तिगत पदक दिलाने वाले मशहूर पहलवान स्वर्गीय केडी जाधव सहित देश के 10 दिग्गज पहलवानों को उनके अभूतपूर्व
योगदान के लिए यहां सम्मानित किया गया। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास
मंत्री
मेनका गांधी ने देश के महानतम पहलवानों को यहां
शनिवार रात एक कार्यक्रम में सम्मानित किया। संग्राम ङ्क्षसह फाउंडेशन और क्रिप्टो इनबॉक्स द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश के पहले ओलंपिक पदक विजेता केडी जाधव और कुश्ती की विश्व चैम्पियनशिप के पहले पदक विजेता सहित कुल दस दिग्गज पहलवानों को सम्मानित किया गया।
देश को गौरवांवित करने वालों का सम्मानइस अवसर पर क्रिप्टो इनबॉक्स के मालिक सुभाष जेवरिया ने कहा,Þ हमने उन पहलवानों को सम्मान के लिए चुना है, जिन्होंने कभी देश को गौरवान्वित किया था। लेकिन वक्त के साथ ये सब हस्तियां हाशिये पर चली गईं। उन्हें मुख्य धारा में लाना हमारा उद्देश्य है।Þ देश को ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में पहला पदक दिलाने वाले केडी जाधव का पुरस्कार उनके पुत्र रंजीत जाधव ने ग्रहण किया। फिर विश्व चैम्पियनशिप का पहला पदक दिलाने वाले उदयचंद को सम्मानित किया गया जिनके नाम कॉमनवेल्थ गेम्स का स्वर्ण पदक होने के अलावा एशियाई खेलों के तीन पदक हैं। 1962 के जकार्ता एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मलवा के परिवार को सम्मानित किया गया। विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में देश को पहला रजत पदक दिलाने वाले विशम्भर पहलवान की ओर से उनका पुरस्कार अर्जुन पुरस्कार विजेता अशोक कुमार ने ग्रहण किया।
एशियाई खेलों में तीन पदक जीतने वाले सज्जन ङ्क्षसह सम्मानित होने वाले अन्य पहलवान थे। कॉमनवेल्थ गेम्स के दोहरे स्वर्ण पदक विजेता मुख्तियार ङ्क्षसह का पुरस्कार उनके पुत्र बृजमोहन ङ्क्षसह ने ग्रहण किया। 1964 के ओलंपिक में भाग लेने वाले बंडा पाटिल, कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत और एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले नेत्रपाल, 1964 के एशियाई खेलों में भाग लेने वाले चरण दास और कॉमनवेल्थ गेम्स के रजत पदक विजेता और कॉमनवेल्थ चैम्पयनशिप में दो स्वर्ण और एक रजत जीतने वाले अशोक गर्ग को भी मेनका गांधी ने सम्मानित किया। संग्राम ङ्क्षसह फाउंडेशन के कर्नल रवींद्र ने कहा कि पहलवानों को उनके शानदार प्रदर्शन के अलावा उन्हें आर्थिक रूप से मदद करने के उद्देश्य से इनका चयन किया गया था। उनकी फाउंडेशन कुश्ती के साथ-साथ समाज सेवा से जुड़े कार्यों में कभी पीछे नहीं रहेगी।