प्रेस कॉन्फ्रेंस लगाया आरोप
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, बिलावल ने इस्लामाबाद में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने इसके लिए पहले से अर्जी दी थी, इसके बावजूद उन्हें ईद की नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि ‘निर्दयी सरकार ने जान बूझकर फरयाल तालपुर (जरदारी की बहन, बिलावल की बुआ) को जेल भेज दिया। उन्हें अस्पताल से उठाकर अडियाला जेल में डाल दिया।’
बिलावल ने आगे कहा कि उनका परिवार शहीदों का परिवार है। वह इमरान सरकार के ऐसे हथकंडों से डरने वाला नहीं है। सरकार की ऐसी ‘नीच हरकतों’ से उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
कश्मीर मुद्दे पर भी की बात
वहीं, कश्मीर मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के इस बयान पर गहरी निराशा जताई कि पाकिस्तानियों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर मुद्दे के उठने को लेकर कोई खुशफहमी नहीं पालनी चाहिए। बिलावल ने कहा कि किसी कोशिश से पहले ही ऐसा बयान देने वाले विदेश मंत्री बताएं कि आखिर उनके इरादे क्या हैं। हालांकि, बिलावल ने आगे कहा कि कश्मीरियों के समर्थन के लिए व्यावहारिक कदम उठाने होंगे। अगर युद्ध लड़ना पड़े तो हम इसके लिए भी तैयार हैं।