पाकिस्तान में चीनी इंजीनियरों को चीनी इंजीनियरों को निशाना बनाकर यह दूसरा बड़ा हमला किया गया है। इससे पहले कोहिस्तान जिले के दासु इलाके में एक बस पर हमला किया गया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। ये सभी चीनी इंजीनियर थे। इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी।
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जांच के लिए एक टीम का भेज दी
इस हमले के बाद पाकिस्तान और चीन के बीच खटास आ गई थी। पाकिस्तान ने पहले बस में हुए विस्फोट को तकनीकी खराबी के कारण हादसा बताया। मगर बाद में भारत पर आरोप लगाए गए। इसे लेकर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने जांच की बात कही थी, मगर चीन ने उनकी बात पर भरोसा नहीं करा और जांच के लिए एक टीम का भेज दी। इसके साथ ही चीन ने कड़ी चेतावनी देकर पाक से कहा था कि परियोजनाओं से जुड़े काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। मगर आज हुए हमले से साबित हो चुका है कि पाकिस्तान ऐसा करने में नाकाम रहा है।
शिया समुदाय के जुलूस पर भी हमला
अफगानिस्तान में आतंक फैलाने को लेकर पाकिस्तान हमेशा से ही तालिबान का साथ देता आया है। उसका उसे खामियाजा भी भुगतना पड़ा है। गुरुवार को सिंध प्रांत के बहावन नगर में शिया (Shia) समुदाय के जुलूस पर भी हमला हुआ। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई और करीब 40 लोग घायल हुए। इसके बाद भगदड़ मच गई और हमलावर इसी बात का फायदा उठाकर फरार हो गए। इस घटना को अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से जोड़कर भी देखा जा रहा है। अफगानियों में पाकिस्तान के प्रति काफी गुस्सा है। वे बड़ी तादाद में यहां शरणार्थी बनकर आ रहे हैं।