पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग के अनुसार घायल जवानों को अस्तपताल में भर्ती कराया गया है। अस्थिर बलूचिस्तान में लगातार हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब है कि बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे कम विकसित प्रांत है। यहां पर प्रचूर मात्रा में खनिज पदार्थ होने के बावजूद यहां पर लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। यहां पर कई दशकों से आजादी के लिए आंदोलन चल रहा है।
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20 अगस्त को ग्वादर में हुआ था विस्फोट
इससे पहले बीते शुक्रवार को बलूचिस्तान के ग्वादर में एक आत्मघाती हमले में दो बच्चों और एक चीनी नागरिक समेत चार लोगों की मौत हो गई थी। यह आत्मघाती हमला चीनी नागरिकों को लेकर एक वाहन को निशाना बनाकर कर गया था। गौरतलब है कि हाल के दिनों में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और बलूच विद्रोहियों के बीच संघर्ष में तेजी देखी गई है।
कई बलूच नागरिकों का कहना है कि प्रांत को 1947 से पहले ही आजादी मिल गई थी। पाकिस्तान ने इस पर अपना जबरन कब्जा जमा लिया था। अमरीकी विदेश विभाग ने मानवाधिकारों पर 2020 की रिपोर्ट में पाक में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन के मामले में उल्लेख किया है। इसमें पश्तून, सिंधी और बलूच कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की बात करी गई है।