पाकिस्तान को उनका परम मित्र देश चीन कोरोना वैक्सीन का 5 लाख डोज मुफ्त में देगा। इसे लाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने विमान भी भेजा है। चीनी वैक्सीन पाकिस्तान पहुंचे उससे पहले भारत से भी 1.70 करोड़ डोज मिलने का रास्ता साफ हो गया है। पाकिस्तान को भारत से कोवैक्स प्रोग्राम के तहत यह वैक्सीन मुफ्त में मिलेगा।
बता दें कि पाकिस्तान ने सबसे पहले ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका ( Oxford-AstraZeneca ) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी की ओर से तैयार किए गए कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ को सबसे पहले आपातकालीन मंजूरी दी है। हालांकि, पाकिस्तान सरकार के पास इतना पैसा नहीं है कि वह वैक्सीन खरीद सके और दूसरी तरफ इमरान सरकार में इतनी हिम्मत नहीं है कि भारत से मुफ्त वैक्सीन मांगे। लिहाजा, भारत द्वारा बनाए गए स्वदेशी वैक्सीन को बैकडोर से हासिल करने के लिए राज्य सरकारों और निजी सेक्टर को खरीद की छूट दे दी थी।
पाकिस्तान को जून तक मिलेगा 1.70 करोड़ डोज
बता दें कि रविवावर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक (स्वास्थ्य) डॉ. फैसल सुल्तान ने घोषणा की कि अगले महीने (फरवरी) से पाकिस्तान को एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन मिलने जा रही है। उन्होने यह भी बताया कि मार्च तक 60 लाख डोज की डिलिवरी हो जाएगी। बाकी के 1.70 करोड़ डोज जून तक मिलेगा।
असद उमर ने ट्वीट करते हुए बताया ‘कोविड वैक्सीन मोर्चे पर खुशखबरी। कोवैक्स से मिले लेटर में 2021 की पहली छमाही में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 1.70 करोड़ डोज मिलने की बात कही गई है। फरवरी से शुरुआत होने के बाद मार्च तक 60 लाख डोज उपलब्ध हो जाएंगे। हमने 8 महीने पहले कोवाक्स प्रोग्राम पर हस्ताक्षर किए थे।’
फ्री में कोरोना वैक्सीन मिलने के बाद अब भारत से 20 से 30 लाख डोज खरीदेगा श्रीलंका
उन्होंने एक अन्य ट्वीट करते हुए बताया ‘यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सिनोफार्मा (चाइनीज वैक्सीन कंपनी) से 5 लाख डोज मिलने के बाद पहली तिमाही में 70 लाख डोज एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के मिलने जा रहे हैं। इन्हें लोगों को मुफ्त में दिया जाएगा। पाकिस्तान में टीकाकरण अगले सप्ताह शुरू होने जा रहा है और सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा।’
आपको बता दें कि GAVI और एपेडेमिक प्रिपेयरनेस इनोवेशंस (CEPI) और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइडेशन (WHO) का साझा गठबंधन है, जिसका उद्देश्य विकासशील और गरीब देशों को निश्चित संख्या में मुफ्त टीके उपलब्ध कराने के अलावा सभी देशों को पर्याप्त संख्या में टीका उपलब्ध करवाना है। कोवैक्स प्लान के तहत सभी देशों को समय पर और उचित मात्रा में प्रत्येक देश को 20 फीसदी वैक्सीन उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य तय किया गया है।