दरअसल, पाकिस्तान के कराची ( Karachi Plane Crash ) में 22 मई को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ( PIA ) के विमान दुर्घटना में मारे गए 97 लोगों के परिजनों ने सिंध फॉरेंसिक डीएनए और कराची विश्वविद्यालय के सिरोलॉजी लैब ( SFDL ) में की गई डीएनएन जांच पर संदेह जताया है।
पाकिस्तानी सिनेमा की पहली अभिनेत्री Sabiha Khanum का 84 साल की उम्र में निधन
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए मृतकों के परिजनों ने इस प्रक्रिया में देरी और हेरफेर करने पर प्रकाश डाला और सरकार से इस मामले को देखने की मांग की। बता दें कि विमान 22 मई को कराची की घनी आबादी वाली मॉडल कॉलोनी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें कई शवों की पहचान नहीं हो पाई थी।
परिजनों ने अधिकारियों पर लगाया भ्रष्टाचार के आरोप
बता दें कि विमान दुर्घटना में पत्नी और बच्चों को खो देने वाले आरिफ इकबाल ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह अपनी पत्नी और अपनी बड़ी बेटी की पहचान करने में सक्षम थे, उनके बेटे और छोटी बेटी की पहचान करने के लिए डीएनए जांच की आवश्यकता थी।
उन्होंने कहा, ‘मैंने अपना डीएनए नमूना उपलब्ध कराया और कुछ घंटों में परिणाम की उम्मीद की, लेकिन पांच दिन बाद भी मेरे पास कुछ नहीं है। बार-बार विभिन्न संस्थानों का चक्कर लगाना पड़ा और परेशानियों का सामान करना पड़ा।’ वहीं, हादसे में भाई को खो देने वाले अहमद मुर्तजा ने बताया कि उन्हें SFDL से कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, जबकि पंजाब फोरेंसिक साइंस एजेंसी ( PFSA ) ने एक दिन के भीतर ऐसा किया था।
Coronavirus: WHO ने पाकिस्तान में बढ़ रहे मामलों पर जताई चिंता, सख्त Lockdown लगाने की दी हिदायत
अहमद मुर्तजा ने कहा कि मेरे पिता को बताया गया था कि उनका नमूना किसी भी शव से मेल नहीं खाया। बाद में मुझे पता चला कि जिस शव से नमूने का मिलान हुआ वह दूसरे परिवार को दिया गया था। मुझे अभी तक नहीं पता कि मेरे भाई का शव किसने लिया और उन्होंने उसे कहां दफनाया। अन्य रिश्तेदारों ने SFDL पर उन्हें गुमराह करने और गलत जांच परिणाम जारी करने का आरोप लगाते हुए समान दावे किए।