लश्कर को बताया था अमरीका का खास
बता दें कि पाकिस्तान के विदेश ख्वाजा आसिफ ने न्यूयॉर्क में एशिया सोसाएटी सेमिनार के दौरान कहा था कि कुछ साल पहले तक अमरीका हाफिज जैसे लोगों को डार्लिंग मानता था। आसिफ की ओर से यह भी कहा गया था कि यह कहना बहुत आसान है कि पाकिस्तान हक्कानी, हाफिज सईद और लश्कर-ए-तैयबा का सपोर्ट कर रहा है, हम पहले ही कह चुके हैं कि वो हमारे लिए बोझ है। लेकिन हमें इस बोझ को उतार फेंकने में थोड़ा समय लगेगा। आसिफ ने यह भी कहा था कि इस बोझ को उतार फेंकने के लिए हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। पाक विदेश मंत्री ने यह भी कहा था कि उनके मुल्क को हक्कानी और हाफिद सईद के लिए दोषी ना ठहराया जाए। दो से तीन दशक पूर्व ये लोग आपके (अमरीका) के बहुत खास थे। यही नहीं इन लोगों की व्हाइट हाऊस में खासी आवभगत की जाती थी।
बेबुनियाद पाक विदेश मंत्री के आरोप
उधर, हाफिज के अधिवक्ता एके डोगर के अनुसार उसकी ओर से मानहानी का यह मुकदमा उसे अमरीका का डार्लिंग बताने पर किया गया है। डोगर ने बताया कि इस संबंध में पाक विदेश मंत्री को नोटिस भेजा गया है। उन्होंने बताया कि इस नोटिस में कहा गया है कि सईद काफी धार्मिक और सच्चे मुसलमान के तौर पर सम्मानित हैं। सईद कभी वाइट हाउस के पास तक नहीं गए। ऐसे में यह जानकर हैरानी हुई कि मेरे देश के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ हाफिज सईद पर शराब पीने का आरोप लगा रहे हैं। इस तरह की बयान का इस्तेमाल मेरे मुवक्किल के खिलाफ कभी नहीं किया जा सकता।