पहले खूंखार कैदियों को स्थानांतरित करने की थी खबर अदियाला जेल के अधिकारी के हवाले से आई रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ को रेस्ट हाउस में स्थानांतरित नहीं करने के बाद यह संकेत मिला था कि तीन बार देश के सर्वोच्च पद पर रहने वाले शरीफ और उनकी बेटी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहां बंद खूंखार कैदियों को प्रांत में कहीं और स्थानांतरित करने पर विचार किया जा रहा था। शनिवार को शरीफ, मरयम और सफदर अवान अपने अधिवक्ताओं से मिले। स्थानीय मीडिया के सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस दौरान उनके बीच प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई। बता दें कि शरीफ के अधिवक्ता ख्वाजा हारिस और उनकी बेटी के अधिवक्ता अमजद परवेज हैं। परवेज ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री को लगता है कि उन्हें जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वे उन्हें नहीं मिल रही हैं।” मरयम के अधिवक्ता ने सफदर के बारे में बात करते हुए कहा, “उन्हें दिल की बीमारी है.. लेकिन वे कारावास से मिलने वाली सुविधाओं के अतिरिक्त कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं चाहते।” गौरतलब है कि गुरुवार को अदिआला जेल में पिता-पुत्री और उनके अधिवक्ताओं के बीच की पूर्व नियोजित बैठक जेल अधिकारियों ने रद्द कर दी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि रेस्ट हाउस शरीफ परिवार के लिए सुरक्षित नहीं है। रेस्ट हाउस में छह कमरे हैं, सभी कमरों में एयर कंडीशनर, आरामदायक बिस्तर और वाशरूम हैं, लेकिन कोई बाउंड्री वॉल नहीं है। अदियाला जेल के अधिकारियों ने कहा कि शरीफ को रेस्ट हाउस में स्थानांतरित नहीं किए जाने का एक प्रमुख संकेत यह है कि अधिकारी पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी बेटी की उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रांत में कहीं और खतरनाक कैदियों को स्थानांतरित करने पर विचार कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि मरयम को सिहाला रेस्ट हाउस में स्थानांतरित करने का दो-तीन बार प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने वहां रहने से साफ इनकार कर दिया।