पांच से छह बसों को रोक लिया था पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार पुलिस ने बताया कि 15-20 अज्ञात हमवावरों ने कराची और ग्वादर के बीच पांच से छह बसों को रोक लिया था। दोपहर का वक्त था बंदूकधारियों ने बस को रोका और 16 यात्रियों के पहचान पत्र देखकर उन्हें बस से उतार लिया था। यह एक सुनियोजित हमला था। पहले पहचान पत्र के जरिए पीड़ितों की पहचान की गई। इसके बाद करीब से गोली मारी दी गई। इस हमले में 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं दो यात्री भागने में कामयाब रहे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गृह सचिव ने कहा कि मृतकों में एक नौसेनिक अधिकारी और तट रक्षक सदस्य भी शामिल था।
खास समुदाय को लगातार निशाना बनाया जा रहा बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में एक खास समुदाय को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इस हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। हजारा समुदाय पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि मामला इससे जुड़ा हो सकता है। पिछले चार दशकों से हिंसा से बचने के लिए अफगानिस्तान से भागकर आए करीब पांच लाख हजारा समुदाय के लोग क्वेटा और कई जगहों पर बसे हुए हैं। हजारा समुदाय के लोग छोटे-मोटे व्यापारी होते हैं। उन्हें हजारीगंज से आने-जाने के दौरान सुरक्षा मुहैया कराई जाती है, क्योंकि ये लगातार निशाने पर रहते हैं।