आपको बता दें कि न्यूजीलैंड में अर्ध-स्वचालित हथियारों से लैस एक श्वेत हमलावर द्वारा भारतीय मूल के 6 लोगों समेत 50 लोगों को मार गिराया गया था। हमलावर ने शुक्रवार की जुमे की नमाज के दौरान दो मस्जिदों में गोलियां चलाईं। हमलावर ने इस हमले को सोशल मीडिया में भी टेलीकॉस्ट किया था। दोनों मस्जिदों में 15 मार्च के नरसंहार की खबर फैलते ही दुनिया के नेताओं ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। भारत ने भी अपने विदेश मंत्रालय के जरिये इस हमले की निंदा की थी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी क्राइस्टचर्च में मस्जिदों पर हुए इस आतंकवादी हमले की निंदा की थी। अब पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने इस हमले की निंदा की लेकिन कहीं भी मुस्लिमों पर हमले का जिक्र नहीं किया।
पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बीजिंग की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नई दिल्ली में “मुस्लिम ‘या’ मस्जिद ‘शब्दों का इस्तेमाल करने की हिम्मत नहीं थी। कुरैशी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी मंदिर पर हमला होता तो एपाकिस्तान भारत के साथ खड़ा होता।अपनी चीन यात्रा के बारे में चर्चा करते हुए कुरैशी ने कहा कि बीजिंग एक बार फिर संकट के समय में पाकिस्तान का बहुत अच्छा दोस्त साबित हुआ। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को चीन पर पूरा भरोसा है। चीन ने हाल ही में भारत-पाक संकट में जो भूमिका निभाई है, उससे यह भरोसा कायम हुआ है।”