पाकिस्तानी अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इन सभी पायलटों ने फर्जी जानकारी के आधार पर लाइसेंस बनवाए हैं या नही? साथ ही अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि इन लोगों को कैसे नकली लाइसेंस मिला?
Pakistan: PIA ने फर्जी योग्यता वाले पायलटों को निकाला, 63 कर्मचारियों को किया बर्खास्त
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ( CAA ) ने मामला सामने आने के बाद से देश की सर्वोच्च अदालत को यह जानकारी दी है। सीएए की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 259 लाइसेंसों के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बता दें कि इससे पहले बीते कुछ महीनों में फर्जी लाइसेंस मामले में दर्जनों अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है।
कराची विमान हादसे के बाद सामने आया था मामला
डॉन अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामला सामने आने के बाद अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसपर सभी 260 वाणिज्यिक पायलटों के लाइसेंसों की समीक्षा की गई थी। अब इसकी जांच पूरी होने के बाद 50 पायलटों का लाइसेंस कैंसल करने का फैसला लिया गया है।
अटॉर्नी जनरल तारिक महमूद खोखर की ओर से दायर एक रिपोर्ट में में ये बात सामने आई है कि ये सभी पायलट नेशनल फ्लैग PIA के साथ-साथ अन्य पाकिस्तानी निजी और विदेशी एयरलाइनों के लिए काम कर रहे थे।
Karachi Plane Crash: रिपोर्ट में खुलासा, पायलट और ATC की लापरवाही से PIA का विमान हुआ हादसे का शिकार
मालूम हो कि इसी साल 22 मई को कराची में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) का एक विमान हादसे का शिकार हो गया था, जिसमें 97 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना की जांच के लिए एक समिति बनाई गई थी। जांच में ये बात सामने आई थी कि पायलट के पास फर्जी लाइसेंस था। इसके बाद से पूरा मामला खुलकर सामने आ गया।
उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने मीडिया को जानकारी देते हुए ये बताया था कि 860 सक्रिय पायलटों में से 260 पायलटों के पास फर्जी लाइसेंस है। हालांकि पाकिस्तान से बाहर के एयरलाइनों में काम करने वाले अन्य पायलटों के बारे में नकारात्मक छवि न बने इसलिए सार्वजनिक नहीं किया गया था। इसके बावजूद फर्जी पायलट लाइसेंस घोटाले के कारण ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की उड़ानों पर 6 महीने तक प्रतिबंध लगा दिया था।