मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ( UN Security Council ) की कमिटी की मंजूरी के बाद पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है। हाफिज सईद के अलावा अब्दुल सलाम भुट्टवी, हाजी एम अशरफ, याहया मुजाहिद और जफर इकबाल का बैंक अकाउंट फिर से शुरू किया गया है।
बता दें कि ये सभी UNSC के सूचीबद्ध आतंकवादी हैं। मौजूदा समय में पाकिस्तान के पंजाब काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट ( CTD ) की ओर से सभी के खिलाफ दायर टेरर फाइनेंसिंग के मामलों में लाहौर जेल में 1 से 5 साल तक की सजा काट रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाफिज समेत पांचों आतंकियों ने संयुक्त राष्ट्र में अपील की थी कि उनके बैंक अकाउंट को फिर से रिस्टोर ( Bank Accounts Restore ) कर दिया जाए, ताकि उनके परिवार का खर्चा चल सके।
पिछले महीने FATF ने आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में विफल रहने के कारण पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने का फैसला किया था। अब जब एक बार फिर से आतंकियों के बैंक अकाउंट का रिस्टोर कर दिया गया है, तो देखना दिलचस्प होगा कि FATF की अगली बैठक में UNSC और पाकिस्तान के इस कदम पर क्या चर्चा होती है।
FATF की ग्रे लिस्ट में पाक
आपको बता दें कि आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में विफल रहे पाकिस्तान को फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स ( FATF ) ग्रे लिस्ट में रखा है। FATF ने पिछले महीने कहा था कि पाकिस्तान अभी भी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को पहुंचने वाली फंडिंग पर रोक लगाने में नाकाम रहा है।
आतंकवाद को वित्तीय पोषण ( Financing terrorism ) रोकने और मनी-लॉन्डरिंग ( Money laundering ) के खिलाफ कदम उठाने को लेकर FATF ने 27 बिंदुओं का ऐक्शन प्लान बनाया है और इस पर पाकिस्तान को अमल करने को कहा गया है, लेकिन इन 27 बिन्दुओं में से अभी तक केवल 13 बिन्दुओं पर ही पाकिस्तान ने अमल किया है। लिहाजा FATF ने साफ कहा है कि जल्द से जल्द सभी बिन्दुओं पर कार्रवाई करें, अन्यथा ब्लैकलिस्ट में डाला जाएगा। फिलहाल यह फैसला अक्टूबर तक के लिए टाल दिया गया है।