प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। आज का विस्फोट उग्रवादी समूह द्वारा सरकार के साथ अपने संघर्ष विराम को समाप्त करने और अपने लड़ाकों को देश भर में हमले करने के लिए कहने के एक दिन बाद आया है। इससे पहले क्वेटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (अभियान) अब्दुल हक उमरानी ने डॉन डॉट कॉम को बताया कि विस्फोट स्थल की घेराबंदी कर दी गई है और जांच शुरू हो गई है।
एक पुलिस अधिकारी अब्दुल हक के अनुसार एक पुलिस गश्ती दल को निशाना बनाकर किए गए एक बम विस्फोट में 15 पुलिसकर्मियों सहित 30 से अधिक लोग घायल हो गए। उनमें से एक पुलिसकर्मी, एक महिला और एक बच्चे की मौत हो गई।
आत्मघाती विस्फोट के समय गश्ती दल एक पोलियो टीकाकरण (Polio Vaccination) टीम की रखवाली कर रहा था। पाकिस्तान में आतंकवादी अक्सर पोलियो टीकाकरण टीमों को निशाना बनाते हैं। उनका मानना है कि टीकाकरण से पश्चिमी देश उनकी जासूसी करने में सक्षम हो जाते हैं।