पुलिस पर आरोप, अब बचाव की मुद्रा में
अब यह सामने नहीं आ पाया कि आखिर शेष रकम कहां गई। इसका सीधा आरोप पुलिस पर ही लग रहा है, क्योंकि राशि बरामद पुलिस ने ही की थी। अब पुलिस बचाव की मुद्रा में है और वृद्ध पर यह कहते हुए आरोप लगा रही है कि खुद वृद्ध को यह नहीं पता है कि कितने रुपए लूटे गए। पुलिस खुद के बचाव व इस राशि को छुपाने के लिए वृद्ध पर उम्रदराज होने के चलते भूलवश 11 लाख रुपए रिपोर्ट में लिखने की बात कह रही है।
अब यह सामने नहीं आ पाया कि आखिर शेष रकम कहां गई। इसका सीधा आरोप पुलिस पर ही लग रहा है, क्योंकि राशि बरामद पुलिस ने ही की थी। अब पुलिस बचाव की मुद्रा में है और वृद्ध पर यह कहते हुए आरोप लगा रही है कि खुद वृद्ध को यह नहीं पता है कि कितने रुपए लूटे गए। पुलिस खुद के बचाव व इस राशि को छुपाने के लिए वृद्ध पर उम्रदराज होने के चलते भूलवश 11 लाख रुपए रिपोर्ट में लिखने की बात कह रही है।
जांच में ही सामने आ सकता है राज
शेष राशि कहां गई, इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाए तो सच सामने आ सकता है। फिलहाल हकीकत गुड़ा एन्दला थानाधिकारी चंद्र सिंह व गुंदोज पुलिस चौकी प्रभारी भंवरलाल राणा ही जानते हैं।
शेष राशि कहां गई, इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाए तो सच सामने आ सकता है। फिलहाल हकीकत गुड़ा एन्दला थानाधिकारी चंद्र सिंह व गुंदोज पुलिस चौकी प्रभारी भंवरलाल राणा ही जानते हैं।
जेवरात भी बरामद नहीं हुए
वृद्ध के रिश्तेदार मेघाराम ने बताया कि लुटेरे ने केसाराम के यहां से जेवरात भी लूटे गए थे, जो बरामद नहीं किए गए हैं। पुलिस ने उन्हें आश्वस्त किया था कि जेवरात बरामद कर लिए हैं और शीघ्र ही लौटा दिए जाएंगे, लेकिन जेवरात नहीं मिले। इन जेवरात के बारे में भी पुलिस ही हकीकत जानती है।
वृद्ध के रिश्तेदार मेघाराम ने बताया कि लुटेरे ने केसाराम के यहां से जेवरात भी लूटे गए थे, जो बरामद नहीं किए गए हैं। पुलिस ने उन्हें आश्वस्त किया था कि जेवरात बरामद कर लिए हैं और शीघ्र ही लौटा दिए जाएंगे, लेकिन जेवरात नहीं मिले। इन जेवरात के बारे में भी पुलिस ही हकीकत जानती है।
जितने लूटे, उतने बरामद किए
जितनी राशि लूटी गई, उतने रुपए बरामद कर लिए गए हैं। रिपोर्ट में गलती से 11 लाख रुपए लिख दिए गए हैं, वृद्ध की उम्र अधिक है। इसलिए उनको नहीं पता कि घर में कितने रुपए रखे हुए थे। -चंद्र सिंह, थानाधिकारी, गुड़ा एन्दला थाना, पाली।
जितनी राशि लूटी गई, उतने रुपए बरामद कर लिए गए हैं। रिपोर्ट में गलती से 11 लाख रुपए लिख दिए गए हैं, वृद्ध की उम्र अधिक है। इसलिए उनको नहीं पता कि घर में कितने रुपए रखे हुए थे। -चंद्र सिंह, थानाधिकारी, गुड़ा एन्दला थाना, पाली।
आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया, राशि बरामद होना मुश्किल
गत 13 मार्च को गुंदोज के मेघवालों का बास निवासी केसाराम पुत्र वक्ताजी मेघवाल के घर में उसके ही पहचान के गुंदोज निवासी शैतान राम उर्फ चेतन मेघवाल ने 11 लाख रुपए लूट लिए थे। पुलिस ने आरोपी शैतानराम को गिरफ्तार कर एक मंदिर में रखी चुग्गे की बोरियों के बीच से 9.42 लाख 500 रुपए बरामद किए। इधर, जब वृद्ध केसाराम व उसके रिश्तेदार पुलिस के पास पहुंचे तो उन्हें कह दिया कि पूरी राशि बरामद कर ली गई है, लेकिन शेष 1.57 लाख रुपए बरामद नहीं हो सके। लुटेरे ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि लूट की राशि में से उसने एक भी रुपए इधर-उधर नहीं किया। पुलिस ने भी इसे हकीकत मानते हुए आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
गत 13 मार्च को गुंदोज के मेघवालों का बास निवासी केसाराम पुत्र वक्ताजी मेघवाल के घर में उसके ही पहचान के गुंदोज निवासी शैतान राम उर्फ चेतन मेघवाल ने 11 लाख रुपए लूट लिए थे। पुलिस ने आरोपी शैतानराम को गिरफ्तार कर एक मंदिर में रखी चुग्गे की बोरियों के बीच से 9.42 लाख 500 रुपए बरामद किए। इधर, जब वृद्ध केसाराम व उसके रिश्तेदार पुलिस के पास पहुंचे तो उन्हें कह दिया कि पूरी राशि बरामद कर ली गई है, लेकिन शेष 1.57 लाख रुपए बरामद नहीं हो सके। लुटेरे ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि लूट की राशि में से उसने एक भी रुपए इधर-उधर नहीं किया। पुलिस ने भी इसे हकीकत मानते हुए आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।