डिस्कॉम की तरह ही कई संस्था प्रधान भी लापरवाह है। जिले के सोजत ब्लॉक के छह ऐसे संस्था प्रधान है। जिनको बार-बार कहने के बावजूद आज तक कनेक्शन के लिए आवेदन नहीं किया गया है। इनमें से राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुंदावा की पगार व राजकीय प्राथमिक विद्यालय शिवसागर चण्डावल ने न्यून नामांकन का हवाला देकर आवेदन नहीं करना बताया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय को मगरा क्षेत्र का बताकर संस्था प्रधान आवेदन से पल्ला झाड़ रहे है। जबकि राजकीय प्राथमिक विद्यालय कांकड, विरावास व गोपाल सागर के स्कूल के अभी तक आवेदन तैयार नहीं हुए है।
जिले के मगरा क्षेत्र या कम नामांकन के कारण 44 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं किया जा सकता है। इनमें से कई स्कूल तो ऐसी जगह पर है, जहां बिजली लाइन ही नहीं है। इनमें रोहट ब्लॉक के 3, सोजत के 8, मारवाड़ जंक्शन के 6, रायपुर के 8, जैतारण के 14, बाली के 4 और रानी का एक स्कूल शामिल है।
स्कूलों में बिजली कनेक्शन होने के आंकड़े को देखे तो मारवाड़ जंक्शन में सबसे अधिक 91 स्कूल में कनेक्शन नहीं हुए थे। अब वहां के 45 स्कूलों में कनेक्शन हो चुके है। इसी तरह पाली के 11 में से 1, रोहट के 10 में से 2, सोजत के 17 में से 2, रायपुर में 51 में से 28, जैतारण के 48 में से 5, समेरपुर के 6 में से 6, रानी में 6 में से 3 तथा देसूरी में 7 में से शून्य स्कूल में अब तक बिजली कनेक्शन हुआ है।
अब जिले में सुमेरपुर ब्लॉक ही ऐसा है, जहां एक भी स्कूल बिजली कनेक्शन विहीन नहीं है। जबकि देसूरी, सोजत, मारवाड़ जंक्शन, जैतारण, बाली ऐसे ब्लॉक है। जहां अभी भी सबसे ज्यादा स्कूल में बिजली कनेक्शन नहीं हैं और वहां बच्चों को बिना पंखे के साथ बैठने के साथ विद्यालय के कार्य भी प्रभावित होते है। शिक्षक शाला दर्शन व दर्पण पोर्टल आदि पर डाटा भी अपडेट नहीं कर पाते हैं।
आवेदन करने वाले स्कूलों को अभी तक डिमाण्ड प्राप्त नहीं हुई है। डिस्कॉम से डिमाण्ड पत्र आने पर उन स्कूलों में राशि का प्रबंध कर कनेक्शन करवाने की कार्रवाई की जाएगी। –राजेन्द्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक, मुख्यालय, पाली
ब्लॉक-स्कूल
पाली-10
रोहट-5
सोजत-1
मारवाड जंक्शन-40
रायपुर-15
जैतारण-29
बाली-27
रानी-2
देसूरी-7