scriptऑनलाइन पढ़ाई : कहीं नेटवर्क की दिक्कत तो कहीं एंड्रॉयड मोबाइल की कमी, 40 फीसदी विद्यार्थी रहे वंचित | 40 percent students are deprived of online education In Pali district | Patrika News

ऑनलाइन पढ़ाई : कहीं नेटवर्क की दिक्कत तो कहीं एंड्रॉयड मोबाइल की कमी, 40 फीसदी विद्यार्थी रहे वंचित

locationपालीPublished: Apr 10, 2020 04:06:20 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

– पहले ही दिन सामने आई परेशानी- 60 फीसदी विद्यार्थियों ने शुरू की ऑनलाइन पढ़ाई

ऑनलाइन पढ़ाई : कहीं नेटवर्क की दिक्कत तो कहीं एंड्रॉयड मोबाइल की कमी, 40 फीसदी विद्यार्थी रहे वंचित

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पाली/रायपुर मारवाड़। लॉकडाउन को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा गुरुवार से राज्य भर में ऑनलाइन पढाई शुरू करवा दी गई। इसमें 40 फीसदी विद्यार्थी विविध कारणों से ऑनलाइन शिक्षा से वंचित रह जाएंगे। वजह है कि पहाड़ी क्षेत्र के गांवों में नेवटर्क की परेशानी है। जहां नेटवर्क है वहां कई ऐसे भी विद्यार्थी हैं जिनके अभिभावकों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के तहत ये विद्यार्थी गांव में अपने सहपाठी के यहां जाकर भी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के राज्य परियोजना निदेशक के आदेश की पालना में सभी पीइइओ के अधीन शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने मोबाइल में व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। साथ ही क्लास वाइज ग्रुप बनाकर अभिभावकों को जोडऩे के साथ उन्हें शिक्षा विभाग द्वारा भेजी गई अपने स्तर पर बनाई पाठ्यसामग्री भी फॉरवर्ड करना शुरू कर दिया है। हालांकि शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को पाठ्यसामग्री 13 अप्रेल को उपलब्ध करवाई जाएगी।
सर हम कै से पढेंगे
शिक्षक-शिक्षिकाओं ने जब अपनी-अपनी क्लास के विद्यार्थियों से सम्पर्क साध उनके अभिभावकों के नम्बर मांगे तो सामने आया कि अधिकांश गांवों में नेटवर्क की परेशानी के चलते नेट नहीं चलता है। वहीं ऐसे विद्यार्थियों की संख्या अधिक है जिनके अभिभावकों के पास एंड्रोइड मोबाइल नहीं हैं। इससे ऑनलाइन शिक्षा से वंचित विद्यार्थियों के जहन में बाहर बार यही सवाल उठ रहा है कि वे पढाई कैसे करेंगे।
एक ही ग्रुप में जोड़ दिया
इन हालातों को देख पहाड़ी क्षेत्र के गांवों की सरकारी स्कूलों के स्टाफ ने अपने स्तर पर तोड़ निकाल लिया। उन्होंने अलग-अलग गु्र्रप नहीं बना एक ही ग्रुप बना दिया। जिसमें उन सभी अभिभावकों को जोड़ दिया जिनके पास एंड्रोइड मोबाइल है। हालांकि मैदानी क्षेत्र में 80 फीसदी अभिभावकों के पास एंड्रोइड मोबाइल होने से उनके बच्चों ऑनलाइन शिक्षा का लाभ उठा सकेंगे।
ये परेशानी तो आ रही है
ये बात सही है कि पहाड़ी क्षेत्र के गांवों में ये परेशानी आ रही है। सोशल डिस्टेसिंग के चलते बच्चों को एक साथ पढऩे का भी नहीं कह सकते। फिलहाल कक्षा एक से 12 तक के जिन विद्यार्थियों के अभिभावकों के पास एंड्रोयड मोबाइल है उन्हें गु्रप में जोड़ शिक्षकों ने अपने स्तर पर तैयार पाठ्य सामग्री उपलब्ध करानी शुरू करवा दी है। विभाग से 13 अप्रेल को सामग्री मिलते ही उपलब्ध करवा दी जाएगी।
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