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चिकित्सक-नर्सिंगकर्मियों का जज्बा : संक्रमित हुए तो उपचार लिया, ठीक होते ही फिर जुटे जिंदगियां बचाने

– कोरोना को हराकर विजेता बनने का जज्बा- अब तक 55 चिकित्सक व 120 से अधिक नर्सिंगकर्मी हो चुके कोरोना के शिकार

पालीMay 10, 2021 / 04:29 pm

Suresh Hemnani

चिकित्सक-नर्सिंगकर्मियों का जज्बा : संक्रमित हुए तो उपचार लिया, ठीक होते ही फिर जुटे जिंदगियां बचाने

पाली। कोरोना वायरस की पहली लहर के बाद अब दूसरी लहर में भी जंग लडऩे के लिए जो लोग सबसे आगे खड़े है, वे चिकित्सा महकमे से जुड़े चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी ही है। इनका जज्बा ही है कि ये तय समय से अधिक समय तक मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं। खुद की जान को जोखिम में डालकर भी ये कोरोना संक्रमितों की जिंदगियां बचाने को दिन-रात जुटे हुए हैं। ऐसा भी नहीं है कि वे खुद संक्रमित नहीं हो रहे हैं। दूसरी लहर के आते ही जिले के 55 से अधिक चिकित्सक और 120 से अधिक नर्सिंगकर्मी वायरस की चपेट में आ गए। बावजूद इसके उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और घर पर रहकर उपचार लिया। इसके बाद जैसे-जैसे चिकित्सक व चिकित्साकर्मी ठीक होते गए, वे जंग के मैदान में उतर गए और मरीजों की जान बचाने के लिए एक पल की देरी नहीं की। उनका ये जज्बा ही है जो मरीजों को कोरोना को हराकर विजेता बनने की सीख दे रहा है।
परिजन भी बढ़ा रहे हौसला
चिकित्सकों का कहना है कि संक्रमित होने पर उन्होंने घर पर उपचार लिया। चूंकि वे कोरोना मरीजों के उपचार में जुटे हुए थे तो घर पर गाइड लाइन का पालन तो करना ही पड़ा। लेकिन, परिजनों ने खूब हौसला अफजाई की। परिजन ये ही कहते रहे कि जल्द ठीक हो जाओ ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों की जिंदगियां बच सके। परिवार के सदस्यों की ये हौसला अफजाई ही चिकित्सकों को सकारात्मक रख पा रही है।
18 घंटे तक कर रहे कार्य
इस समय सभी कोविड डिडिकेटेड सेंटर और कोविड सेंटर फुल है। ऐसे में चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों को अधिक समय देना पड़ रहा है। कई चिकित्सक व चिकित्साकर्मी तो 18-18 घंटे तक अस्पताल में सेवा दे रहे हैं, ताकि कोरोना को मात दी जा सके।
चिकित्सकों का बढ़ाए हौसला
ये समय चिकित्सकों का हौसला बढ़ाने का है। वे दिन-रात एक कर मरीजों की जान बचाने में जुटे हैं। चिकित्सकों को अवकाश तक नहीं दिए जा रहे है। उनके घर में किसी के पॉजिटिव आने पर भी छुट्टी नहीं मिल रही है। बावजूद इसके चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों की सेवा में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है। –डॉ. अविनाश चारण, अध्यक्ष, अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ, पाली
यहां के चिकित्सक आए हैं पॉजिटिव
सोजत सिटी 5
बिसलपुर 1
पाली 16
सादड़ी 6
सुमेरपुर 3
घाणेराव 1
नाडोल 2
बेड़ा 1
बाली 2
लुणावा 1
सेसली बाली 1
सोजत रोड 1
खारड़ा रोहट 1
लाम्बिया जैतारण 1
जैतारण 1
रायपुर 1

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