scriptVIDEO : यहां पीढ़ी दर पीढ़ी साधु बनकर पाटवी भस्मी से करते है महाकाल की आरतियां, दर्शनार्थ उमड़े श्रद्धालु | Aarti is performed with the ashes of dead in Mahadev of Paava in Pali | Patrika News

VIDEO : यहां पीढ़ी दर पीढ़ी साधु बनकर पाटवी भस्मी से करते है महाकाल की आरतियां, दर्शनार्थ उमड़े श्रद्धालु

locationपालीPublished: Feb 22, 2020 05:39:17 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

-पाली जिले के पावा गांव के प्रसिद्ध पावेश्वर महादेव मंदिर [ Paveshwar Mahadev Temple ] में होती है चार आरतियां-जिले में संभवत: पहला महादेव का अनौखा मंदिर

VIDEO : यहां पीढ़ी दर पीढ़ी साधु बनकर पाटवी भस्मी से करते है महाकाल की आरतियां, दर्शनार्थ उमड़े श्रद्धालु

VIDEO : यहां पीढ़ी दर पीढ़ी साधु बनकर पाटवी भस्मी से करते है महाकाल की आरतियां, दर्शनार्थ उमड़े श्रद्धालु

पाली/पावा। महाकाल के नाम से विख्यात जिले के पावा गांव के पावेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर पूर्व ठिकाने के पीढ़ी दर पीढ़ी पाटवी साधु वेश में मुर्दे की भस्म से पूजन एवं आरती का सिलसिला आज भी जारी रहा। संभवत: जिले में ये अनौखा मंदिर होगा, जहां किसी मुर्दे की भस्म से आरतियां करते है।
बुजुर्गो के अनुसार करीब तीन शताब्दी पूर्व पावा गांव की स्थापना हुई। इस स्थापना के गांव राज ठिकाना घोषित हो गया। ठिकाणे के पाटवी (जो उत्तराधिकारी कहलाते है), वे इस मंदिर में महाशिवरात्रि पर महादेव की चार आरतियां करते है। इस आरती के दौरान पीढ़ी दर पीढ़ी के पाटवी मंदिर में साधू के वेश धारण कर स्वयं पर भस्मी लगाकर शिवलिंग की पूजा अर्चना करते एवं आरती उतारते है।
ये है आरतियों का समय
शुक्रवार की रात 9 बजे, 12 बजे व शनिवार की सुबह 3 एवं 5:30 बजे आरतियां होती है।

भारी हुजूम उमड़ा
इस अनौखी आरती के दौरान गांव के अलावा दिशावर से भी कई भक्तगण पावा पहुंचे। देर शाम फूलों से सजे मंदिर में दर्शनार्थियों में आस्था देखने को मिली।
इनका कहना है…
महाशिवरात्रि पर पीढ़ी दर पीढ़ी पाटवी भस्म लगाकर महादेव की चार आरतियां करते आ रहे है। शाम को श्मशान से हाल ही चिता स्थल से मुर्दे की भस्म लेकर आए। रात नौ बजे से लेकर दूसरे दिन सुबह साढ़े पांच बजे तक आरतियां करते है। –भगवतसिंह, पाटवी, पूर्व ठिकाना पावा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो