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ये ‘पावणा’ किसी की नहीं करते हैं परवाह, क्या है ये मामला…पढि़ए पूरी खबर

locationपालीPublished: Jan 15, 2019 02:20:51 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

-‘गुरुजी’ नवाचार को दरकिनार कर प्रशिक्षण शिविरों से ही हो रहे हैं गायब-नवनियुक्त शिक्षक भी रहे अनुपस्थित : प्रधानाध्यापक व व्याख्याता भी नहीं लेते हैं रुचि

Absent teacher from training camps

ये ‘पावणा’ किसी की नहीं करते हैं परवाह, क्या है ये मामला…पढि़ए पूरी खबर

पाली। सरकारी नौकरी लगने के बाद व्यक्ति खुद को सरकारी पावणा समझने लगता है। पावणा किसी की परवाह भी नहीं करते हैं। इसी का उदाहरण सामने आया जब शीत ऋतु में शिक्षक प्रशिक्षण शिविरों से पुरानों के साथ नव नियुक्त शिक्षक भी अनुपस्थित रहे। उनको न तो कार्रवाई का डर था और ना ही अधिकारियों की नाराजगी का। जिले व अन्य जिलों में लगे ऐसे प्रशिक्षण शिविरों में 321 अध्यापक व प्रधानाध्यापक अनुपस्थित रहे। जबकि 95 शिक्षकों को उनकी ओर से पेश विशेष कारणों के कारण राहत दी गई। वहीं 84 शिक्षकों के पास बीएलओ का कार्य होने के कारण उनको प्रशिक्षण शिविर से राहत प्रदान की गई।
नए शिक्षक भी पुरानों की राह पर
पुराने शिक्षक, प्रशिक्षण शिविरों के प्रति रुचि कम दिखाते है। इसी परिपाटी को अपनाकर लेवल एक व दो के 30 नवनियुक्त शिक्षक भी अनुपस्थित रहे। लेवल दो के गणित व विज्ञान विषय के 97 व अंग्रेजी के 60 शिक्षक शिविर में बिना सूचना नहीं पहुंचे। दूसरे जिलों में 180 शिक्षकों को भेजना तय हुआ था। इनमें से 64 अनुपस्थित रहे और 4 को राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से राहत दी गई थी।
216 में से 70 अनुपस्थित
उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रध्नाध्यापकों को लीडर शिप का प्रशिक्षण दिया जाना था। इसके लिए जिले के 216 प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था। इनमें से 142 ने उपस्थिति दर्ज कराई और 70 शिक्षक अनुपस्थित रहे। जबकि 4 प्रधानाध्यापकों को राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से राहत दी गई थी।
यह हो सकती है कार्रवाई
शिविरों में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को फिलहाल नोटिस जारी किए गए है। अब संतुष्टीपूर्ण उत्तर नहीं देने पर शिक्षकों का प्रशिक्षण अवधि के समय का वेतन रोका जा सकता है। इसके साथ ही सीसीए नियम 17 के तहत कार्रवाई करने के साथ वेतनवृद्धि भी रोकी जा सकती है।
महज दस दिन का प्रशिक्षण
शिक्षकों को नवाचारों और शिक्षा को रोचक बनाने के लिए शिक्षा विभाग अब तक रमसा व सर्व शिक्षा अभियान की ओर से प्रशिक्षण शिविर लगाता रहा है। इस बार यह शिविर समसा (समग्र शिक्षा अभियान) के तहत शीतकालीन अवकाश के दौरान लगाया गया था। जिसमें शिक्षक अनुपस्थित रहे।
कारण बताओ नोटिस जारी किए
सभी अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को नोटिस जारी किए है। नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी। इस वर्ष अनुपस्थित शिक्षकों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में कम रही है। -भारतसिंह लखावत, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, समसा, पाली

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