सांडेराव के निकट गैस पाइप लाइन का सौ फीट लम्बा पाइप निजी बस में घुसकर आरपार निकल गया था। हादसे में मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र के ईसाली निवासी मैना देवी देवासी व भंवरलाल प्रजापत की मौत हो गई थी। दोनों के सिर पर गंभीर चोटें आई थी। साथ ही 13 यात्री घायल हो गए थे। बुधवार सुबह मृतक के परिजनों ने अस्पताल के बाहर धरना दे दिया और प्रदर्शन किया। वे मुआवजे की मांग पर अड़ गए। कलक्टर-एसपी ने समझाइश की, लेकिन वे नहीं माने। दोनों अधिकारियों ने मौका मुआयना कर एसएचओ से घटना की जानकारी ली और कम्पनी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। टोल कम्पनी को भी पाबंद करने को कहा। शाम तक मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह भी धरना स्थल पर मौजूद रहे। कम्पनी प्रतिनिधियों व परिजनों के बीच मुआवजे की बात नहीं बनी, ऐसे में शव नहीं उठाया गया।
मौके पर सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि हादसे के समय कोई सांड वहां नहीं आया, कम्पनी की हाइड्रो मशीन की लापरवाही व वन वे नहीं करने से हादसा हुआ। मौके पर किसी प्रकार के सुरक्षा इंतजाम भी नहीं थे। कम्पनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। देर रात तक अस्पताल परिसर के बाहर पुलिस तैनात थी।
दिनभर चले धरना प्रदर्शन में देवासी समाज, मृतक के परिजनों के साथ मारवाड़-गोड़वाड जन कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जयदेव सिंह राणावत, ईसाली सरपंच इद्र सिंह राजपुरोहित, साण्डेराव सरपंच दाखू देवी भील, दुजाना पूर्व सरपंच नागेश देवासी, प्रताप सिंह बिंठिया, शंकर सिंह राजपुरोहित, सरपंच भूराराम देवासी, रतन देवासी, साण्डेराव सहित ग्रामीण व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।