बढ़ेगी बिजली कटौती, विद्यार्थी, व्यवसायी सभी परेशान
कोयले की कमी के कारण बिजली उत्पादन लगातार कम हो रहा है। पाली में वर्तमान में गर्मी तेज होने के साथ ही 42 लाख यूनिट बिजली खपत रोजाना हो रही है। इसके मुकाबले बिजली कम मिल रही है। ऐसे में गांवों में बिजली कटौती की शुरुआत कर दी गई है। शहरों में अलग अलग शेड्यूल से कटौती की जा रही है। पाली जिले के खेतावास व बाली के 220 केवी जीएसएस से एक घंटे से डेढ़ घंटे कटौती तय की गई है। यह कटौती का आदेश मुख्यालय से ही आता है। इधर, बिजली पर आधारित उद्योग धंधों पर असर पड़ने लगा है। शादियों की सीजन में लोग खासे परेशान है। तेज तपन के बीच बिजली कटौती से विद्यार्थियों की पढ़ाई में भी खलल पड़ रहा है।
कोयले की कमी के कारण बिजली उत्पादन लगातार कम हो रहा है। पाली में वर्तमान में गर्मी तेज होने के साथ ही 42 लाख यूनिट बिजली खपत रोजाना हो रही है। इसके मुकाबले बिजली कम मिल रही है। ऐसे में गांवों में बिजली कटौती की शुरुआत कर दी गई है। शहरों में अलग अलग शेड्यूल से कटौती की जा रही है। पाली जिले के खेतावास व बाली के 220 केवी जीएसएस से एक घंटे से डेढ़ घंटे कटौती तय की गई है। यह कटौती का आदेश मुख्यालय से ही आता है। इधर, बिजली पर आधारित उद्योग धंधों पर असर पड़ने लगा है। शादियों की सीजन में लोग खासे परेशान है। तेज तपन के बीच बिजली कटौती से विद्यार्थियों की पढ़ाई में भी खलल पड़ रहा है।
कोरोना की मार : मध्यम तबका नहीं भर पा रहा बिल
कोरोना लॉकडाउन में आर्थिक गतिविधियां बंद थी। सरकार से आस थी कि घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को राहत देगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मिडिलक्लास के दो माह का औसत बिल 400 यूनिट से ज्यादा आ रहा था। ऐसे आर्थिक तंगी के चलते बड़ी संख्या में लोग बिल नहीं भर पाए। इससे डिस्कॉम की राशि लगातार डूबती जा रही है। पाली जिले में 35 करोड़ रुपए आम उपभोक्ताओं में डिस्कॉम का बकाया चढ़ गया, इनमें 14 करोड़ रुपए पीडीसी यानि परमानेंट डिस्कनेक्ट के है, यानि ऐसे उपभोक्ता, जिनका कोई अता पता नहीं है। करोड़ों बकाया होने से डिस्कॉम की कमर टूट गई है।
कोरोना लॉकडाउन में आर्थिक गतिविधियां बंद थी। सरकार से आस थी कि घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को राहत देगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मिडिलक्लास के दो माह का औसत बिल 400 यूनिट से ज्यादा आ रहा था। ऐसे आर्थिक तंगी के चलते बड़ी संख्या में लोग बिल नहीं भर पाए। इससे डिस्कॉम की राशि लगातार डूबती जा रही है। पाली जिले में 35 करोड़ रुपए आम उपभोक्ताओं में डिस्कॉम का बकाया चढ़ गया, इनमें 14 करोड़ रुपए पीडीसी यानि परमानेंट डिस्कनेक्ट के है, यानि ऐसे उपभोक्ता, जिनका कोई अता पता नहीं है। करोड़ों बकाया होने से डिस्कॉम की कमर टूट गई है।
बढ़ सकती है बिजली कटौती
यह सहीं है कि बिजली उत्पादन कम होने से मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिल रही है, इसलिए जिले में एक से डेढ़ घंटे बिजली कटौती कर रहे हैं। यह कटौती बढ़ सकती है। दूसरी ओर बकाया वसूलने का प्रयास जारी है, 35 करोड़ रुपए बकाया चल रहे हैं, उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट रहे हैं। - अशोक मीणा, एसई, डिस्कॉम, पाली।
यह सहीं है कि बिजली उत्पादन कम होने से मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिल रही है, इसलिए जिले में एक से डेढ़ घंटे बिजली कटौती कर रहे हैं। यह कटौती बढ़ सकती है। दूसरी ओर बकाया वसूलने का प्रयास जारी है, 35 करोड़ रुपए बकाया चल रहे हैं, उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट रहे हैं। - अशोक मीणा, एसई, डिस्कॉम, पाली।