ये उद्यमी भी मदद के लिए आगे आए
फालना के छाता व्यवसायी मनोज चौधरी ने करीब तीन हजार मीटर फेबरिक उपलब्ध कराया है। इससे सूट तैयार किए जा रहे हैं। छाता बनाने का काम आने वाला फेबरिक अब चिकित्सकों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। इसी तरह, उद्यमी इम्मानुद्दीन ने दो हजार लीटर सेनेटाइजर रातों-रात उपलब्ध कराकर सहभागिता निभाई। फालना के ही उद्यमी कुलदीपसिंह बग्गा ने चिकित्सकों के लिए विशेष सुरक्षा वाले जूते मुहैया कराए।
फालना के छाता व्यवसायी मनोज चौधरी ने करीब तीन हजार मीटर फेबरिक उपलब्ध कराया है। इससे सूट तैयार किए जा रहे हैं। छाता बनाने का काम आने वाला फेबरिक अब चिकित्सकों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। इसी तरह, उद्यमी इम्मानुद्दीन ने दो हजार लीटर सेनेटाइजर रातों-रात उपलब्ध कराकर सहभागिता निभाई। फालना के ही उद्यमी कुलदीपसिंह बग्गा ने चिकित्सकों के लिए विशेष सुरक्षा वाले जूते मुहैया कराए।
सूट की ये खासियत
यह सूट एयर,वाटर और डस्ट प्रूफ होगा। चिकित्सक के सिर से लेकर पैर तक ढका रहेगा, जिससे संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा। यह नायलोन पॉलिस्टर ( 190 फेबरिक) है। यह छाता बनाने के काम भी आता है।
यह सूट एयर,वाटर और डस्ट प्रूफ होगा। चिकित्सक के सिर से लेकर पैर तक ढका रहेगा, जिससे संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा। यह नायलोन पॉलिस्टर ( 190 फेबरिक) है। यह छाता बनाने के काम भी आता है।
इंटरनेट की मदद से तैयार की डिजाइन
सीइटीपी के पूर्व उपाध्यक्ष एवं कपड़ा उद्यमी कमलेश गुगलिया 500 बॉयो सूट तैयार करवा रहे हैं। उन्होंने इंटरनेट पर बॉयो सूट के बारे में सर्च किया। तत्पश्चात खुद ने ही सूट डिजाइन किया। इसको मेडिकल टीम ने भी अप्रूव किया है। जोधपुर एम्स के चिकित्सकों ने इसमें मामूली बदलाव कराया। चिकित्सकों के लिए दूसरा बड़ा सहयोग सीइटीपी संस्थान ने किया है। सीइटीपी की ओर से भी पांच सौ बॉयो सूट तैयार किए जा रहे हैं। सीइटीपी ने मेडिकल स्टाफ के लिए मास्क इत्यादि भी उपलब्ध कराए हैं।
सीइटीपी के पूर्व उपाध्यक्ष एवं कपड़ा उद्यमी कमलेश गुगलिया 500 बॉयो सूट तैयार करवा रहे हैं। उन्होंने इंटरनेट पर बॉयो सूट के बारे में सर्च किया। तत्पश्चात खुद ने ही सूट डिजाइन किया। इसको मेडिकल टीम ने भी अप्रूव किया है। जोधपुर एम्स के चिकित्सकों ने इसमें मामूली बदलाव कराया। चिकित्सकों के लिए दूसरा बड़ा सहयोग सीइटीपी संस्थान ने किया है। सीइटीपी की ओर से भी पांच सौ बॉयो सूट तैयार किए जा रहे हैं। सीइटीपी ने मेडिकल स्टाफ के लिए मास्क इत्यादि भी उपलब्ध कराए हैं।
तैयार कर रहे सूट
चिकित्सकों के लिए एक हजार सूट तैयार किए जा रहे हैं। ट्रिपल लेयर के 6 हजार से ज्यादा मास्क, 1400 सेनेटाइजर, एन-95 मास्क इत्यादि भी भामाशाहों के सहयोग से अस्पताल प्रबंधन को उपलब्ध कराए हैं। –रोहिताश्वसिंह तोमर, उपखण्ड अधिकारी, पाली
चिकित्सकों के लिए एक हजार सूट तैयार किए जा रहे हैं। ट्रिपल लेयर के 6 हजार से ज्यादा मास्क, 1400 सेनेटाइजर, एन-95 मास्क इत्यादि भी भामाशाहों के सहयोग से अस्पताल प्रबंधन को उपलब्ध कराए हैं। –रोहिताश्वसिंह तोमर, उपखण्ड अधिकारी, पाली
चिकित्सकों को संक्रमण से बचाना जरूरी
चिकित्सकों के लिए बॉयो सूट की सख्त आवश्यकता है। वर्तमान में चिकित्सकों को संक्रमण से बचाए रखना हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। वे स्वस्थ्य रहेंगे तो हमें भी स्वस्थ रखेंगे। कोरोना के विरुद्ध जंग से वे सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। उनके लिए 500 बॉयो सूट तैयार किए जा रहे हैं। इससे वे संक्रमण से बच सकेंगे। –कमलेश गुगलिया, कपड़ा उद्यमी
चिकित्सकों के लिए बॉयो सूट की सख्त आवश्यकता है। वर्तमान में चिकित्सकों को संक्रमण से बचाए रखना हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। वे स्वस्थ्य रहेंगे तो हमें भी स्वस्थ रखेंगे। कोरोना के विरुद्ध जंग से वे सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। उनके लिए 500 बॉयो सूट तैयार किए जा रहे हैं। इससे वे संक्रमण से बच सकेंगे। –कमलेश गुगलिया, कपड़ा उद्यमी
चिकित्सक रहेंगे सुरक्षित
सीइटीपी संस्थान चिकित्सकों के लिए सूट तैयार करवाए जा रहे हैं। यह सम्पूर्ण किट है जिसमें सिर से पैर तक चिकित्सक सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा मास्क भी बड़ी संख्या में उपलब्ध कराए हैं। –अनिल गुलेच्छा, अध्यक्ष,सीइटीपी
सीइटीपी संस्थान चिकित्सकों के लिए सूट तैयार करवाए जा रहे हैं। यह सम्पूर्ण किट है जिसमें सिर से पैर तक चिकित्सक सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा मास्क भी बड़ी संख्या में उपलब्ध कराए हैं। –अनिल गुलेच्छा, अध्यक्ष,सीइटीपी