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‘बायोमेट्रिक’ का हथियार अब रोकेगा गड़बड़ी

locationपालीPublished: Mar 26, 2019 11:19:02 am

Submitted by:

rajendra denok

– किसानों का बायोमेट्रिक मशीन से सत्यापन होगा
– एक अप्रेल से शुरू होगी समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की खरीद

'Biometric' weapon will stop now

‘बायोमेट्रिक’ का हथियार अब रोकेगा गड़बड़ी

पाली । समर्थन मूल्य पर होने वाली अनाज की खरीदारी में गड़बड़ी रोकने के लिए सरकार ने अब ‘बायोमेट्रिक’ को हथियार बनाया है। इससे जहां हकदार किसानों को फायदा होगा, तो किसानों के नाम से अन्य लोग समर्थन मूल्य पर फसल नहीं बेच पाएंगे। जिले में एक अप्रेल से सरसों व चने की समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू होगी। इसके तहत अनाज बेचने वाले किसानों का बायोमेट्रिक मशीन से सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के आधार पर ही रजिस्टे्रशन हो सकेगा।
दरअसल, पिछली बार काफी शिकायतें आई थी कि लोग अन्य किसानों के नाम से समर्थन मूल्य पर अनाज बेचकर व्यापार कर रहे है। जब वास्तविक किसान अपना अनाज लेकर पहुंचता, तब तक उसके नाम से विक्रय पर्ची जारी हो जाती थी। इसे ध्यान में रखते हुए इस बार सरकार ने बायोमेट्रिक मशीन से सत्यापन करने का फैसला किया है। मशीन में अंगूठा लगाते ही किसान की पूरी डिटेल आ जाएगी। वास्तविक किसान के स्थान पर दूसरा व्यक्ति अनाज लेकर आ रहा तो वह अनाज नहीं बेच सकेगा।
जिस दिन अनाज बेचना हो, वही तिथि लिखवाए
सरकार ने इस बार एेसी व्यवस्था की है, जिससे किसान जिस तिथि को चाहेगा, उसी दिन फसल बेच सकेगा। जबकि, पहले किसान रजिस्टे्रशन करा देता था, लेकिन उसकी फसल पकती नहीं थी। अब किसान अपनी इच्छा के अनुसार रजिस्टे्रशन में अनाज बेचने की तिथि डलवाकर उसी दिन आकर अनाज बेच सकेगा।
पाली समेत नौ केन्द्रों पर होगी खरीद
राजफैड अधिकारियों के मुताबिक सरसों व चने की खरीद पाली जिले के नौ केन्द्रों पर होगी। पाली, मारवाड़ जंक्शन, सोजत रोड, रायपुर, जैतारण, बाली, सुमेरपुर, रानी केन्द्रों पर एक अप्रेल से खरीद शुरू की जाएगी। इस बार सरसों ४२०० व चने ४६२० रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद किया जाएगा। गेहूं के लिए सुमेरपुर व पाली खरीद केन्द्र होंगे।
इस बार बंपर उत्पादन की उम्मीद
इस बार खेतों में बंपर उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है। इस बार ३० हजार हैक्टेयर में सरसों, ४२ हजार हैक्टेयर में गेहूं, १२ हजार ७४५ हैक्टेयर में चने व १२ हजार हैक्टेयर में जीरा की बुवाई हुई है। कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक १ लाख १५ हैक्टेयर भूमि में रबी की बुवाई हुई थी। इस बार मौसम में ठंडक होने से फसल अच्छी है।
गड़बड़ी रुकेगी
इस बार किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो, इसके लिए बायोमेट्रिक मशीन से सत्यापन की व्यवस्था की गई है। सत्यापन के बाद ही रजिस्टे्रशन होगा और विक्रय पर्ची जारी की जाएगी।

भगवानसिंह शेखावत, क्षेत्रीय प्रबंधक, राजफैड जोधपुर
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