इसकी खबर मिलते ही भाजपा समर्थकों ने नारेबाजी शुरू की तथा प्रितमानी को कंधे पर उठाकर नगर परिषद में उपसभापति की कुर्सी पर बिठाया। नगर परिषद के बाहर खड़े भाजपा समर्थकों ने आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया। इस दौरान विधायक ज्ञानचंद पारख, महेन्द्र बोहरा, राकेश भाटी, मूलसिंह भाटी, नरपतदवे, पार्षद विकास बुबकिया, राधेश्याम चौहान सहित पार्षद व भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कांग्रेस के खेमे से दो ओर गए भाजपा खेमे में
सभापति चुनाव में कांग्रेस को 28 व भाजपा को 37 वोट मिले थे। कांग्रेस आठ निर्दलियों सहित 30 पार्षदों के साथ मतदान करने पहुंची थी। इसमें से भी किन्हीं दो ने क्रॉस वोटिंग की जिससे कांग्रेस को 28 वोट ही मिल सके। उपसभापति के लिए बुधवार को हुए मतदान में कांग्रेस के मोहिनुद्दीन भाटी को 25 वोट ही मिले।
सभापति चुनाव में कांग्रेस को 28 व भाजपा को 37 वोट मिले थे। कांग्रेस आठ निर्दलियों सहित 30 पार्षदों के साथ मतदान करने पहुंची थी। इसमें से भी किन्हीं दो ने क्रॉस वोटिंग की जिससे कांग्रेस को 28 वोट ही मिल सके। उपसभापति के लिए बुधवार को हुए मतदान में कांग्रेस के मोहिनुद्दीन भाटी को 25 वोट ही मिले।
दो पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर भाजपा के पक्ष में मतदान किया तथा किसी एक ने नोटा को वोट किया। जिसके चलते भाजपा के उपसभापति पद के प्रत्याशी प्रितमानी को 39 वोट मिले। सभापति से भी उपसभापति पद के लिए कांग्रेस को दो वोट कम मिलने से फिर से कांग्रेस की आपसी खिंचातान चौड़े हो गई।