रास कस्बें में पेयजल की आपूर्ति के लिए 1972 में बनी टंकी काफी जर्जर हो चुकी थी। 47 वर्ष पुराने इस उच्च जलाशय से कई बार स्लैब गिरते रहे। समय के साथ टंकी जर्जर हो चुकी थी। जर्जर टंकी को गिराने को लेकर पीएचईडी के कनिष्ठ अभिंयता राहुल कुमार, कनिष्ठ अभिंयता सुशीला हिनोनिया, सांवरलाल चौहान, भवानीदान चारण सहित पीएचईडी के कार्मिकों की मौजूदगी में विशेषज्ञ टीम ने विस्फोटक सामग्री से टंकी में ब्लास्ट करते ही धमाके के साथ टंकी भरभराकर ढह गई।
यहां बनेगी नई टंकी
रास कस्बे में अभी 10 जॉन में जलापूर्ति के लिए एक अन्य उच्च जलाशय से घर-घर जलापूर्ति की जा रही है। पीएचईडी के कनिष्ठ अभियंता राहुल कुमार ने बताया कि पुरानी टंकी को गिरा दिए जाने के बाद इसी जगह 2 लाख लीटर की क्षमता की नई टंकी का निर्माण किया जाएगा। नई टंकी के साथ पाइप लाइन, चार दिवारी, पानी स्टोरेज का टांका सहित निर्माण को लेकर 99 लाख रूपए की स्वीकृति भी मिल चुकी है। कनिष्ठ अभिंयता ने बताया कि नई टंकी सहित अन्य निर्माण कार्य अब शुरू होंगे।
रास कस्बे में अभी 10 जॉन में जलापूर्ति के लिए एक अन्य उच्च जलाशय से घर-घर जलापूर्ति की जा रही है। पीएचईडी के कनिष्ठ अभियंता राहुल कुमार ने बताया कि पुरानी टंकी को गिरा दिए जाने के बाद इसी जगह 2 लाख लीटर की क्षमता की नई टंकी का निर्माण किया जाएगा। नई टंकी के साथ पाइप लाइन, चार दिवारी, पानी स्टोरेज का टांका सहित निर्माण को लेकर 99 लाख रूपए की स्वीकृति भी मिल चुकी है। कनिष्ठ अभिंयता ने बताया कि नई टंकी सहित अन्य निर्माण कार्य अब शुरू होंगे।