शहरवासी उठाते थे नौकायन का लुत्फ
कोरोना संक्रमण फैलने से पूर्व लाखोटिया तालाब में प्रतिदिन बड़ी तादाद में लोग नौकायन का लुत्फ उठाने आते थे। लेकिन, लॉकडाउन के बाद से ही यहां सन्नाटा सा पसरा हुआ है। शहर के लाखोटिया तालाब में नावों के संचालन के लिए नगर परिषद ने एक साल का ठेका जारी कर रखा है।
कोरोना संक्रमण फैलने से पूर्व लाखोटिया तालाब में प्रतिदिन बड़ी तादाद में लोग नौकायन का लुत्फ उठाने आते थे। लेकिन, लॉकडाउन के बाद से ही यहां सन्नाटा सा पसरा हुआ है। शहर के लाखोटिया तालाब में नावों के संचालन के लिए नगर परिषद ने एक साल का ठेका जारी कर रखा है।
सुबह आते हैं कुछ लोग घूमने
लाखोटिया में हरदम रौनक रहती थी। बच्चे, बड़े, बुजुर्ग सभी लाखोटिया में घूमने आते थे। पिछले चार माह से यहां रौनक फीकी है। सुबह कुछ लोग पैदल घूमने जरूर आते हैं, लेकिन दिन में आवक कम हो गई है।
लाखोटिया में हरदम रौनक रहती थी। बच्चे, बड़े, बुजुर्ग सभी लाखोटिया में घूमने आते थे। पिछले चार माह से यहां रौनक फीकी है। सुबह कुछ लोग पैदल घूमने जरूर आते हैं, लेकिन दिन में आवक कम हो गई है।
हो रहा है नुकसान
लॉकडाउन के पहले दिन से नावें पूरी तरह से बंद हैं। इससे नाव, प्लेटफार्म, लाइफ जैकेट व बचाव के अन्य उपकरण जंग खा रहे हैं। नगर परिषद में ठेके की राशि जमा करवा रखी है। नावों के परमिट के साथ ही कर्मचारियों के वेतन के चलते आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। –विक्रम मेवाड़ा, नाव संचालक, लाखोटिया उद्यान
लॉकडाउन के पहले दिन से नावें पूरी तरह से बंद हैं। इससे नाव, प्लेटफार्म, लाइफ जैकेट व बचाव के अन्य उपकरण जंग खा रहे हैं। नगर परिषद में ठेके की राशि जमा करवा रखी है। नावों के परमिट के साथ ही कर्मचारियों के वेतन के चलते आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। –विक्रम मेवाड़ा, नाव संचालक, लाखोटिया उद्यान