ग्राम लिलरिया के लोगों ने ज्ञापन में बताया कि 2011 की जनगणना के अनुसार ग्राम लिलरिया की आबादी 1879 व पिपाडा की आबादी मात्र 774 ही है। ग्राम पंचायतों के कि गए पुर्नगठन/पुन: सीमांकन में सर्वाधिक जनसंख्या वाले गांव को ग्राम पंचायत घोषित करने का प्रावधान रखा गया था। उनका आरोप है कि पाली जिला मुख्यालय से लिलरिया को ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव भिजवाया गया था, लेकिन राजनीतिक प्रभाव के कारण पिपाड़ा को ग्राम पंचायत बनाया है। यह न्याय संगत नहीं है।
उन्होंने बताया कि नवीन ग्राम पंचायत पिपाड़ा की आबादी मात्र 774 है। ग्राम बांकावास, तिगरा,आकोदिया, टीबडी व पीपाडा सहित पांचों गांवों में पांच वार्ड हैं। केवल लिलरिया अकेले गांव मे चार वार्ड हैं। उनकी मांग है कि जब तक उनके साथ न्याय नहीं होगा, तब तक पंचायत चुनाव 2020 सहित आगामी सभी चुनावों का बहिष्कार जारी रहेगा।